बागपत। रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी ने बागपत में जाट भवन परिसर में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा का अनावरण करने के उपरांत कहा कि नई कृषि कानून पूंजीपतियों के हित में हैं। रालोद किसानों के साथ हैं। जहां दी किसान आंदोलन करेंगे वहीं रालोद उनका साथ देगा। उन्होंने किसान घाट की अनुमति नहीं मिलने की चर्चा करते हुए कहा कि भाजपा सरकार दिल्ली को किसानों से दूर कर रही है। किसानों को इसके बारे में सोचना चाहिए। भूतपूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 118 वीं जयंती के अवसर पर रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जयंत चौधरी कस्बा स्थित चौधरी चरण सिंह पुस्तकालय पर पहुंचे, और चौधरी चरण सिंह की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। इसके बाद में उन्होंने प्रांगण में आयोजित हवन में आहुति दी।इस मौके पर जयंत चौधरी ने बोलते हुए कहा बागपत की धरती मैं कुछ तो खास था जो उसने चौधरी चरण सिंह को अपना प्रतिनिधि बनाया। आपने हर मोड़ पर चौधरी चरण सिंह का सहयोग और मार्गदर्शन किया। आपकी वजह से वह सत्ता पक्ष में भी रहे मगर आज हमें अपने अस्तित्व को पहचानने की जरूरत है।जयंत चौधरी ने कहा कि उनके दिल्ली किसान घाट के कार्यक्रम में शामिल होने को लेकर भी विवाद हुआ। ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति पहले कभी देखने को नहीं मिली। यह पुस्तकालय आपकी संस्था है, आज मैं बैठक कर निर्णय लूंगा कि कैसे यह संस्था अपने क्षेत्र की सेवा कर सकती है । मैं अपनी जिम्मेदारी निभा लूंगा आप अपनी जिम्मेदारी निभाएं। बड़ौत में भी कुछ किसान धरने पर बैठे हैं उनसे भी मिलने का मन है मैं वहां जाऊंगा। आज किसान संघर्ष कर रहा है मगर सिर्फ अपने लिए नहीं, पर मौजूदा सरकार उनकी बात भी सुनना नहीं चाहती। हम सभी को किसानों के संघर्ष में हमेशा साथ रहना होगा। किसानों के सिंधु बॉर्डर पर धरने के प्रबंधन से सीख लेने की जरूरत है। आप सभी ने इस कानून के खिलाफ संगठित होकर आवाज नहीं उठाई तो आप अपनी जमीन और अपना अस्तित्व खोने के कगार पर है।इसके बाद में उन्होंने अपने पार्टी के पदाधिकारियों से कहा कि धरने पर जाओ तो सेवा भाव से जाओ नेता बनकर नहीं। इस मौके पर वीरपाल राठी, अजय तोमर, सुखबीर सिंह गठीना, रामकुमार, विकास प्रधान, सत्येंद्र प्रमुख व सुरेश मलिक आदि मौजूद रहे।