गलन पर धूप ने जताया अपना अधिकार तो ठंड भी हो गई लाचार

वाराणसी। पूर्वांचल में मौसम का रुख एक बार दोबारा 27 दिसंबर से बदलेगा, फ‍िलहाल बादलों की सक्रियता पूर्वांचल तक आते आते खत्‍म हो गया था। इसकी वजह से वातावरण में आर्द्रता तो बढ़ी और तापमान में भी मामूली इजाफा हुआ। वातावरण से पर्याप्‍त नमी के अभाव में बादलों की सक्रियता भी घट गई। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि मौसम का रुख अपने ही ट्रैक पर पूर्ववत चल रहा है। 

बुधवार की सुबह आसमान साफ रहा और दिन चढ़ने के साथ ही सूरज की रोशनी में लोगों ने राहत भी तलाशी। वातावरण में गलन का असर तो रहा लेकिन धूप खिलने के बाद असर कम होता चला गया। दिन चढ़ने के साथ ही धूप के असर से लोग गरम कपड़े भी निकाल कर राहत महसूस किए। हालांकि, गुनगुनी धूप का माहौल बस एक दो दिन तक ही रहने की उम्‍मीद है। जबकि एक और पश्चिमी विक्षोभ का असर भी अफगानिस्‍तान तक पहुंच गया है जो आगामी तीन दिनों में अपना असर उत्‍तर भारत में दिखा सकता है। जबकि इसके पीछे गलन का दौर आ जाएगा और पाला के साथ ही तापमान में दोबारा कमी आ जाएगी। बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 21.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्‍य से दो डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया। न्‍यूनतम तापमान 7.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्‍य से दो डिग्री कम रहा। आर्द्रता इस दौरान अधिकतम 92 फीसद और न्‍यूनतम 77 फीसद दर्ज किया गया। जबकि मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्‍वीरों में पूर्वांचल के कई जिलों में बादलों की मामूली सक्रियता दर्ज की गई है। 

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