बरेली। उपजा प्रेस क्लब बरेली के 39 वर्ष पूर्ण होने पर स्थापना दिवस कार्यक्रम मे विचार गोष्ठी की गई। जिसमे पदाधिकारियों ने विचार रखे। गोष्ठी को संबोधित करते हुए उपजा प्रेस क्लब अध्यक्ष डॉ पवन सक्सेना ने कहा कि सभी पत्रकारों को संगठित रहना चाहिए। साथ ही हमेशा अच्छे विचार रखने चाहिए। पत्रकार बुद्धिजीवी की श्रेणी में आते हैं। इसलिए सभी को संगठित भी रहना होगा। वरिष्ठ पत्रकार निर्भय सक्सेना ने उपजा प्रेस क्लब पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्मरण रहे यू पी जर्नलिस्ट एसोसिएशन (उपजा ) की बरेली इकाई को 28 फरवरी 1985 को ‘उपजा प्रेस क्लब’ मिला था। बरेली की न्यू सुभाष मार्किट नॉवल्टी चौराहे के निकट इस पत्रकार कक्ष का फीता काट कर तत्कालीन मंडल आयुक्त अनादि नाथ सेगल ने उदघाटन किया था। तत्कालीन नगर निगम/ बीडीए के उपाध्यक्ष जी डी महेश्वरी जी के द्वारा नगर निगम ने संचालन के कागज उपजा बरेली को दिए थे। उपजा से जुड़े पत्रकारो के प्रयास से प्रदेश के मुख्यमन्त्री नारायण दत्त तिवारी के द्वारा दिए पांच लाख की धनराशि से बाद में विशाल हाल भी बन गया। देश मे कोविड -19 झेलकर अब 39 साल बाद भी ‘उपजा प्रेस क्लब’ के वर्तमान बरेली उपजा अध्यक्ष पवन सक्सेना एवम उपजा के सभी सदस्यों के सहयोग से निरंतर गतिशील बना हुआ है। 1975 में पत्रकार हित मे उपजा की लगी इस पौध की देखभाल कर वृक्ष बनाने में सहयोगी सभी पत्रकारो का आभार जताया। रमेश गौतम ने कहा कि पत्रकारों के विचार अच्छे हि होने चाहिए। क्योंकि प्रकार का काम ही दूसरों के सामने अपने विचार रखना है। कार्यक्रम का संचालन कार्यवाहक अध्यक्ष वीरेंद्र अटल ने किया। इस अवसर पर जनार्दन आचार्य, रमेश गौतम, धर्मेंद्र सिंह बंटी, मनीष अग्रवाल, देव सिंह, विजय सिंह, आर के जोशी, नीरज आनंद, दीपक कुमार, अशोक शर्मा, ललित शर्मा, देश दीपक गंगवार, विवेक मिश्रा, अजय मिश्रा, शंकर लाल, शुभम ठाकुर, अशोक शर्मा लोटा मुरादाबादी , शमी खान, सचिन श्याम भारतीय, अनूप मिश्रा, अरविंद कुमार, ताहिर बेग, पुत्तन सक्सेना, नीरज आनंद, शुभम ठाकुर, राजेश सक्सेना, सौरभ शर्मा, अयाज खान, संजीव यादव, महेश पटेल, आदि मौजूद रहे।