मार्च के आखिर तक शाहगढ़-पीलीभीत तक शुरू हो सकती है ट्रेन, आसान होगा सफर

लखीमपुर खीरी। शाहगढ़-पीलीभीत के बीच आमान परिवर्तन का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। अब सिर्फ माला और संदेई हाल्ट के बीच विद्युतीकरण का काम बाकी रह गया है। इस नव आमान परिवर्तित रेल खंड का संरक्षा निरीक्षण मार्च के आखिर में होने और आचार संहिता लागू होने से पहले ट्रेनें चलने की संभावना है। शाहगढ़ से पीलीभीत तक ट्रेनों का संचालन शुरू होने से मैलानी से सीधे पीलीभीत, बरेली, दिल्ली तक का सफर आसान हो जाएगा।आमान परिवर्तन के लिए रेलवे ने तीस मई 2018 को कार्यदायी संस्था रेल विकास निगम लिमिटेड को मैलानी-पीलीभीत रेलखंड का मेगा ब्लॉक दिया था। आमान परिवर्तन के बाद नवंबर माह से मैलानी से शाहगढ़ के बीच ट्रेनों का संचालन शुरू हो चुका है। वन विभाग की आपत्ति के चलते शाहगढ़ से पीलीभीत के बीच काम में देरी हुई। एनओसी मिलने के बाद शाहगढ़-पीलीभीत के बीच भी कार्यदायी संस्था ने काम शुरू कर शाहगढ़ से पीलीभीत तक ट्रैक बिछा दिया है।मौजूदा समय में संदेई हाल्ट और माला के बीच स्थित ब्रिज पर गर्डर लांचिंग का काम चल रहा है। इसके अलावा माला से पीलीभीत तक विद्युतीकरण का काम अंतिम चरण में है और माला यार्ड में विद्युतीकरण की तैयारी चल रही है। आरवीएनएल सूत्रों के मुताबिक, इस समय सभी काम तेज गति से किए जा रहे हैं। गति को देखते हुए आमान परिवर्तन का काम शीघ्र ही पूरा होने और मार्च के आखिर में सीआरएस होने की पूरी उम्मीद है।अगर आमान परिवर्तन का काम पूरा होने के बाद मार्च के आखिर में संरक्षा निरीक्षण हो जाता है, तो इस बात की पूर्ण संभावनाएं भी हैं कि लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले शाहगढ़ से पीलीभीत तक ट्रेनों का संचालन शुरू हो जाएगा और फिर मैलानी से सीधे पीलीभीत, बरेली, दिल्ली तक का सफर आसान हो जाएगा।आरवीएनएल के प्रबंधक केएम विश्वकर्मा ने बताया कि माला से पीलीभीत तक वायरिंग हो चुकी है और इस सेक्शन में विद्युतीकरण का काम अंतिम चरण में है। माला यार्ड में विद्युतीकरण की तैयारी चल रही है। संदेई हाल्ट-माला के बीच भी विद्युतीकरण के लिए खंभे गाड़े जा चुके हैं। माला यार्ड में विद्युतीकरण के बाद संदेई हाल्ट और माला के बीच भी विद्युतीकरण शुरू कर दिया जाएगा।