अयोध्या। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले पूरे देश में राममय माहौल बनाने के लिए राममंदिर ट्रस्ट, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व विहिप विभिन्न आयोजनों की रूपरेखा तय कर रहा है। इसी क्रम में संघ ने श्रीराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा अभियान गीत भी निर्मित किया है। श्री रघुवर जी के अवधपुरी में प्राण प्रतिष्ठा होना है..निमंत्रण को स्वीकार करो अब सबको अयोध्या चलना है.जय बजरंगी जय हनुमान, वंदे मातरम जय श्रीराम…गीत के माध्यम से पूरे देश में राममय माहौल बनाने के साथ ही उत्सव मनाने की भी अपील रामभक्तों से की जाएगी। अक्षत वितरण कार्यक्रम के दौरान जब संघ व विहिप के कार्यकर्ताओं की टोली निकलेगी तो संघ की ओर से निर्मित गीत के माध्यम से माहौल बनाने का प्रयास किया जाएगा। ई-रिक्शा या जिस भी वाहन से टोली निकलेगी उसमें यह गीत बजता रहेगा। साथ ही रामनाम की धुन भी गूजेंगी। इस गीत में भक्तों से प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रण स्वीकार करने व अयोध्या चलने की अपील की जा रही है। साथ ही मठ-मंदिरों में उत्सव व घरों में 22 जनवरी को दीपोत्सव मनाने की अपील भी की जा रही है। अक्षत वितरण का अभियान 20 दिसंबर से शुरू हो जाएगा। संघ के कार्यकर्ता सोशल मीडिया के माध्यम से भी इस गीत को प्रचारित-प्रसारित कर माहौल बना रहे हैं। वहीं रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद 48 दिनों तक रामनगरी के दरबार में महामंडल सम्मेलन व रागोत्सव के आयोजन की भी तैयारी है। भगवान के मनोरंजन के लिए गर्भगृह के सामने नृत्य मंडप में शहनाई, सितार, पखावज और तबला के साथ भजन-कीर्तन होगा। संगीत की यह सेवा श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य और देश के प्रसिद्ध साहित्यकार यतींद्र मिश्र की अगुवाई में की जाएगी। ट्रस्ट कार्यक्रम को लेकर कई कलाकारों को निमंत्रण भेज रहा है।प्राण प्रतिष्ठा समारोह में करीब पचास देशों से भक्त आ सकते हैं। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का कहना है कि संघ विश्व के 50 देशों के संपर्क में रहता है। 40 देशों में विहिप नियमित रूप से कार्य करती है। अधिकांश देशों में भारतीय मूल के लोग निवास करते हैं। प्रयास है कि इन सभी देशों से कोई न कोई प्रतिनिधि समारोह में आए, इसके लिए विहिप का विदेश विभाग काम कर रहा है। हो सकता है कि दुबई व सऊदी अरब से भी कोई प्रतिनिधि समारोह का साक्षी बने।