कानपुर। रहस्मयी वायरस के साथ डेंगू का सीरोटाइप-2 सक्रिय है। केजीएमयू लखनऊ के माइक्रो बायोलॉजी की लैब की जांच में यह खुलासा हुआ है। यहां प्रदेश भर के जिलों सैम्पल आ रहे हैं। इसके साथ ही डेंगू की तरह रहस्यमयी बुखार फैला है, लेकिन इसकी रिपोर्ट निगेटिव आ रही। इससे बचाव के लिए विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि मच्छरों से बचाव रखें ज़्यादातर इनके पेट मे पलते हैं। इस वायरस को इन्फ्लूएंजा वायरस का कोई नया स्ट्रेन माना जा रहा है। केजीएमयू लखनऊ की माइक्रो बायोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रोफेसर डॉ. अमिता जैन डेंगू सीरोटाइप-2 की पुष्टि की है। जीएसवीएम मेडिकल के पूर्व मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. संतोष कुमार, पूर्व प्राचार्य डॉ. आरती लालचंदानी, पूर्व आईएमए अध्यक्ष डॉ. एसी अग्रवाल और डॉ. सौरभ अग्रवाल का कहना है कि बचाव रखें। वायरस की पहचान नहीं है, लेकिन लक्षणों के आधार पर इलाज से रोगी ठीक हो रहे।