नई दिल्ली। शिक्षा निदेशालय ने सरकारी स्कूलों के सीनियर सेकेंडरी स्तर के बच्चों में साइंस व गणित के प्रति रुचि बढ़ाने की तैयारी शुरु की है। इसके लिए 150 सरकारी स्कूलों में मिनी साइंस सेंटर स्थापित किए जाएंगे। इन सेंटरों में छात्रों को विज्ञान और गणित की बारीकियों को सीखने का अवसर मिलेगा। साथ ही शिक्षकों के साथ सीखने और बातचीत करने में सहायता मिलेगी। शिक्षा निदेशालय ने बाहरी एजेंसी स्टेम प्राइवेट लिमिटेड को ऐसे सेंटर स्थापित करने की मंजूरी दे दी है। शिक्षा निदेशालय का मानना है कि इन सेंटरों में बच्चों में रचनात्मक सोच, समस्या सुलझाने के कौशल का विकास होगा। यहां छात्र आसानी से बहुत कुछ सीख सकता है। साथ ही शिक्षक शिक्षा को जीवंत बना सकता है। बच्चों में वैज्ञानिक रुचि बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। इस संबंध में शिक्षा निदेशालय ने चयनित 150 स्कूलों के प्राचार्यों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। बाहरी एजेंसी इस शर्त पर मिनी साइंस सेंटर स्थापित करने की मंजूरी दी गई है कि स्कूल के कामकाज में बाधा न आए। साथ ही बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए। बाहरी एजेंसी को निदेशालय किसी प्रकार की वित्तीय सहायता प्रदान नहीं करेगा। निदेशालय ने स्पष्ट किया है कि यह मंजूरी पूरी तरह से प्रोविजनल है, किसी भी समय इसे वापस लिया जा सकता है। इस प्रोग्राम में हिस्सा लेने छात्रोंं की तस्वीर, चित्र व वीडियो को लिखित अनुमति के बिना सोश्ल मीडिया पर अपलोड नहीं किया जाएगा।