बदायूँ। बाल विकास परियोजना शहर के अन्तर्गत जिला कार्यक्रम अधिकारी प्रमोद कुमार एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी तरुण वर्मा द्वारा पानी नहीं केवल स्तनपान अभियान के संबंध में आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों का अभिमुखीकरण किया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को अवगत कराया गया कि जनपद बदायूं में मात्र 52 प्रतिशत महिलाएं ही अपने 0 से 6 माह तक के बच्चों को केवल स्तनपान कराती हैं शेष 48 प्रतिशत महिलाएं अपने बच्चों को या तो स्तनपान नहीं करातीं हैं अथवा स्तनपान के साथ अन्य खाद्य पदार्थों जैसे गुट्टी, शहद, पानी एवं चाय इत्यादि का सेवन कराती है। 0 से 6 माह तक के बच्चों को ऊपर से कोई भी खाद्य पदार्थ यहां तक कि पानी भी देने से शिशु में संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है, जिसकी वजह से उसे डायरिया हो जाता है और बच्चा कुपोषित हो जाता है। अनेकों बार बच्चां की मृत्यु भी हो जाती है यदि बच्चे को 06 माह तक केवल स्तनपान ही कराया जाए तो बच्चे में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है तथा बच्चे का मानसिक विकास भी उच्च स्तर तक पहुंचता है। जिला कार्यक्रम अधिकारी द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को प्रेरित करते हुए कहा गया कि कार्य और अभियान में अंतर होता है। अभियान कुछ समय के लिए चलता है और इसे प्रत्येक दशा में करना ही पड़ता है तो सभी आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को पूर्ण मनोयोग से इस अभियान को सफल बनाने के लिए प्रेरित किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में अनेक आंगनवाडी कार्यकत्रियों रीता, नसीम जहां आरा, नूर बानो, रश्मि, अलका आदि उपस्थित रहे।