तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सेमीनार का हुआ सफल समापन
शाहजहाँपुर। स्वामी शुकदेवानन्द महाविद्यालय के वाणिज्य संकाय द्वारा आयोजित तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सेमीनार के समापन सत्र का शुभारम्भ आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे पूर्व केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानन्द सरस्वती, मुख्य अतिथि उच्च षिक्षा निदेषालय प्रयागराज के सहायक निदेषक प्रो॰ जय सिंह व अन्य अतिथियों ने स्वामी शुकदेवानन्द सरस्वती जी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर व पुष्पांजलि कर किया महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो॰ आर॰के॰ आजाद ने अतिथियों के सम्मान में स्वागत भाषण पढ़ा। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे स्वामी चिन्मयानन्द सरस्वती ने कहा कि कि कोविड महामारी के समय भारत ने बैक्सीन बनाकर सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे भवन्तु निरामयः के कथन को सार्थक करते हुए पूरे विष्व का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने पर मजबूर कर दिया था और अब वासुदेव कुटुम्ब की धारणा के साथ पूरा विष्व भारत में वैष्विक व्यापार के अवसर तलाष रहा है। इस नये भारत का निर्माण आर्थिक विकास के साथ-साथ आध्यात्मिक विकास से भी होगा।
मुख्य अतिथि उच्च षिक्षा विभाग के सहायक निदेषक प्रो॰ जय सिंह ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर समिट 12 फरवरी को हुई, जिसमें निवेषकों ने प्रदेष में 1.75 लाख करोड़ के निवेष को हरी झण्डी दी थी जिससे उत्तर प्रदेष के अन्दर लगभग 7 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा व उत्तर प्रदेष ‘उत्तम प्रदेष‘ बनने की दिषा में अग्रसर होगा।
यह भारत की विकास योजना का ही एक अंग है। मुख्य वक्ता किरोरीमल कॉलेज, दिल्ली के प्रो॰ पी॰के॰ सूर्या ने कहा कि विकसित राष्ट्रों में सारी सुविधायें तो हैं किन्तु वहां के नागरिक अत्याधिक कार्यभार होने के कारण तनाव की स्थिति में रहते हैं जबकि भारत एक उत्साहधर्मी देष है। यहां के लोग कार्य का तनाव न लेकर ईष्वर पर भरोसा करके अपना कार्य करते हैं इसीलिए सुखी रहते हैं। इसीलिए जी-20 समूह भारत के नेतृत्व में उत्साहित है। विषिष्ट अतिथि डॉ॰ राजेष कुमार शर्मा ने जी-20 के आर्थिक लाभों पर प्रकाष डाला व इस प्रकार की राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के लिए शान्ति फाउण्डेषन से एम॰ओ॰यू॰ करने की सम्भावना जतायी। विषेष अतिथि राजकीय महाविद्यालय भदोही के असिस्टेण्ट प्रो॰ डॉ॰ मनोज सिंह ने जी-20 से होने वाले आर्थिक विकास की भावी सम्भावनाओं पर प्रकाष डालते हुए कहा कि भारत रोजगार देने वाला राष्ट्र बनने जा रहा है जिससे हमारे पड़ोसी देषों की उम्मीद जुड़ी हुई है। जी-20 के निवेष से होने वाले औद्योगिक विकास का प्रभाव हमारे पड़ोसी देषों की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा और उनकी अर्थव्यवस्था भी विकसित अर्थव्यवस्था की ओर आगे बढे़गी। कार्यक्रम का संचालन करते हुए उप प्राचार्य व वाणिज्य विभागाध्यक्ष प्रो॰ अनुराग अग्रवाल ने अंतर्राष्ट्रीय सेमीनार पर प्रकाष डालते हुए बताया कि तीन दिवसीय संगोष्ठी में कुल 409 पंजीकरण हुए। विषय से सम्बन्धित 4 तकनीकि सत्रों में कुल 90 शोधपत्र पढ़े गये जिसमें 6 सर्वश्रेष्ठ शोधपत्र विद्यार्थी वर्ग से और 4 षिक्षक व अन्य वर्ग को दिये गये हैं। प्रथम तकनीकि सत्र में छात्रा सोनम खिलानी व सोनम गुप्ता, द्वितीय तकनीकि सत्र से श्रेया तिवारी, तृतीय तकनीकि सत्र से जीतिन सक्सेना व ईषा वर्मा एवं चतुर्थ तकनीकि सत्र से सत्यम शुक्ला को बेस्ट रिसर्च पेपर का अवार्ड दिया गया। जबकि षिक्षक व अन्य वर्ग से गलगोटिया विष्वविद्यालय, नोएडा की असिस्टेण्ट प्रो॰ जागृति गुप्ता, जी॰एफ॰ कॉलेज के वाणिज्य विभागाध्यक्ष डॉ॰ पुनीत कुमार श्रीवास्तव व अन्य वर्ग से इ॰ आर॰के॰ अग्रवाल व मोहित अग्रवाल को स्वामी चिन्मयानन्द सरस्वती जी के द्वारा सम्मानित किया गया। अंतर्राष्ट्रीय सेमीनार में अन्य विभागों से विषेष सहयोग देने वाले षिक्षक-षिक्षिकाओं को सम्मानित किया गया। सम्मान पाने वालो में डॉ॰ बरखा सक्सेना, डॉ॰ पद्मजा मिश्रा, धर्मवीर सिंह, व्याख्या सक्सेना, रचना शुक्ला, अभिषेक वाजपेई व डॉ॰ कविता भटनागर आदि रहीं। एस॰एस॰ लॉ कॉलेज के प्राचार्य जे॰एस॰ ओझा ने सभी के प्रति आभार ज्ञापित किया। इस अवसर पर डॉ॰ आर॰एस॰ सिंह, डॉ॰ राजीव अग्रवाल, डॉ॰ श्रवण कुमार सिंह, डॉ॰ जगदीष कुमार, डॉ॰ आलोक दीक्षित, डॉ॰ विकास खुराना, डॉ॰ देवेन्द्र सिंह, डॉ॰ कमलेष गौतम समेत वाणिज्य संकाय व लॉ कॉलेज के समस्त षिक्षक व षिक्षिकायें उपस्थित रहे।