मलेरिया प्रभावित 100 ग्रामो में मलेरिया उन्मूलन हेतु काम करेंगे 100 स्वयंसेवक

स्वयंसेवकों ने ली अपने ग्राम को मलेरिया मुक्त ग्राम बनाने की शपथ।
बदायूँ- गिधौल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर जिला स्वास्थ्य समिति बदायूँ द्वारा, गोदरेज इंडस्ट्रीज के सहयोग से फैमिली हेल्थ इंडिया के माध्यम से संचालित एम्बेड परियोजना के द्वारा 18 सामुदायिक सहयोगियों के प्रशिक्षण रखा गया जो मलेरिया उन्मूलन की दशा में कार्य करेंगे, आगे सभी 100 वालंटियर का प्रशिक्षण ब्लॉक के अनुसार दिया जाएगा। जिला समन्वयक फैमिली हेल्थ इंडिया एम्बेड परियोजना डॉ संतोष भार्गव ने बताया कि जनपद के 100 मलेरिया प्रभावित ग्रामो में विगत 1 वर्ष से सघन कार्य चल रहा है जिसमें मुख्य रूप से घर घर जाकर लार्वा सर्वे, बुखार का सर्वे , रोगी की आशा के माध्यम से खून की जांच कराना, धनात्मक मरीजो का फोलोअप सुनिश्चित करना, लोगो को मॉड्यूल के माध्यम से मलेरिया के बारे में बताना, हर सात दिन में पानी से भरे गड्डो में जला हुआ तेल या मिट्टी का तेल डलवाना, साथ ही मच्छरदानी का उपयोग बताना आदि विभिन्न कार्य किये गए है, आशा को डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से मच्छरजनित बीमारियों के बारे में प्रशिक्षित किया गया है जिसमे मुख्य रूप से ई मॉड्यूल के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया है। डॉ संतोष भार्गव ने बताया कि इस वर्ष मलेरिया उन्मूलन हेतु मलेरिया विभाग व एम्बेड परियोजना ने संयुक्त रूप से जनपद के 75 ग्रामो के 101 तालाबो में गंबूसिया मछली छोड़ी गई है जिससे निश्चित रूप से मलेरिया के केस में कमी देखने को मिली है, इस वर्ष नया प्रयोग किया गया है हर ग्राम में एक सामुदायिक सहयोगी भी बनाया गया है जो उसी ग्राम का रहने वाला है एवं उसे प्रशिक्षित किया गया है एवं मलेरिया उन्मूलन हेतु दायित्व दिया गया है सभी स्वयंसेवकों ने मलेरिया मुक्त ग्राम हेतु संकल्प लिया। गिधौल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर 18 सामुदायिक सहयोगियों को प्रशिक्षित किया गया जो गांव में मलेरिया केस के फॉलोअप के साथ साथ अन्य स्वास्थ कार्यक्रम में मददगार होंगे। प्रशिक्षण के दौरान एम्बेड परियोजना की प्रोग्राम एसोसिएट ब्रजलता यादव ने सभी उपस्थित वालंटियर से कहा कि आप लोग अपनी इच्छा व ईमानदारी के साथ कर करे, हमे अपने ग्राम में घर घर जाकर बुखार के मरोजो को देखना है अगर किसी को बुखार है तो आशा के माध्यम से उसकी जांच कराना है अगर धनात्मक निकलता है तो उसे दवा दिलाकर फ़ॉलोअप सुनिश्चित करना है। गिधौल पी एच सी पर पदस्थ फार्मासिस्ट नाबाबुल के द्वारा मलेरिया के संबंध मलेरिया की जाँच एवं उपचार संबंधित बताया। प्रशिक्षण में बताया कि मलेरिया कितना घातक है, सही समय पर पुर्ण उपचार ना लेने से यह बीमारी कितना गंभीर रूप ले सकती है। इस कार्यक्रम में बीसीसीएफ सुनील, जितेंद्र सहित सभी 18 सामुदायिक सहयोगी उपस्थित रहे,