अविवादित वरासत दर्ज करने के लिये चलेगा अभियान: डीएम

बदायूँ। शासन के निर्देशानुसार जिलाधिकारी कुमार प्रशान्त के निर्देशन में सभी उप जिलाधिकारियों को उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता में उल्लिखित प्राविधानों के अनुसार संक्रमणीय भूमिधरी अधिकार व अविवादित वरासत दर्ज कराए जाने के संबंध में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। उन्होने निर्देश दिए कि इस अभियान कार्यक्रम को समय पूर्ण किया जाए। अभियान कार्यक्रम को मूर्त रुप दिये जाने के निर्देश के साथ ही उन्होने किसी भी प्रकार की शिथिलता नही बरतने हेतु जुडे अधिकारियों एवं कर्मचारियों को आगाह भी किया है।
अभियान कार्यक्रम तय समय सारिणी के विवरण में जिलाधिकारी ने बताया कि राजस्व/तहसील अधिकारियों द्वारा भ्रमण कर राजस्व ग्रामों में प्रचार-प्रसार तथा खतौनियों को पढा जाना एवं लेखपाल द्वारा वरासत हेतु प्रार्थना पत्र प्राप्त कर उन्हे आनलाईन भरे जाने का कार्य 30 दिसम्बर तक किया जाएगा। 31 दिसम्बर से 15 जनवरी तक क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा आनलाईन आवेदन की जांच की प्रक्रिया के अनुसार कार्यवाही की करें। राजस्व निरीक्षक जांच एवं आदेश पारित करने की प्रक्रिया 16 जनवरी से 31 जनवरी तक पूर्ण करेगें। राजस्व निरीक्षक कार्यालय द्वारा नामांत्रण आदेश को आर-6 में दर्ज करने के पश्चात् खतौनियों की प्रविष्टियों को भूलेख साफ्टवेयर में अद्यावधिक करने हेतु 16 जनवरी से 31 जनवरी तक की तिथि निर्धारित की गयी है। जिलाधिकारी द्वारा प्रत्येक लेखपाल, राजस्व निरीक्षक, तहसीलदार तथा उप जिलाधिकारी से इस आशय का प्रमाण पत्र प्राप्त किया जाएगा कि उनके क्षेत्र के अन्तर्गत स्थित राजस्व ग्रामों में निर्विवाद उत्तराधिकार का कोई भी प्रकरण दर्ज होने से अवशेष नही है। इसके लिये 01 फरवरी से 7 फरवरी तक की तिथि तय की गयी है। 8 फरवरी से 15 फरवरी तक अभियान के अन्त में जिलाधिकारी द्वारा जनपद के प्रत्येक तहसील के 10 प्रतिशत राजस्व ग्रामों को रैन्डमली चिन्हित करते हुए अपर जिलाधिकारी, एसडीएम व अन्य जनपद स्तरीय अधिकारियों द्वारा इस तथ्य की जांच करायी जायेगी कि निर्विवाद उत्तराधिकार का कोई प्रकरण दर्ज होने से बचा नही है। जनपद की प्रगति रिपोर्ट निर्धारित प्रारुप पर परिषद की वेबसाईट पर 3 तिथियों में यथा- 31 दिसम्बर, 17 जनवरी एवं 2 फरवरी को फीड करना अनिवार्य होगा। परिषद को निर्धारित प्रारुप पर प्रमाण पत्र उपलब्ध कराये जाने की समय सीमा 20 फरवरी होगी।
डीएम ने निर्देश दिए हैं कि जनसामान्य की सुविधा हेतु/अभियान को गति प्रदान करने के उद्देष्य से जपनद स्तर पर एक कंट्रोल रूम की भी स्थापना की गई है जो कलैक्ट्रेट के दैवीय आपदा कक्ष में स्थापित है जिसका नं0 05832-266979 है।
इस कंट्रोल रूम मंे प्रातः 10 से सायं 05 के बीच कर्मचारियों की भी तैनाती की गई है। इसी प्रकार तहसील स्तर पर भी जनसामान्य की सुविधा हेतु निम्नाकित नम्बरों पर अपनी समस्या को नोट कराया जा सकता है।
तहसील बदायूँ में उपजिलाधिकारी को 9454415833 तथा तहसीलदार को 9454415842, तहसील दातागंज में उपजिलाधिकारी को 9454415838 तथा तहसीलदार को 9454415847, तहसील बिसौली में उपजिलाधिकारी को 9454415837 तथा तहसीलदार को 9454415846, तहसील बिल्सी में उपजिलाधिकारी को 9454415836 तथा तहसीलदार को 9454415845, तहसील सहसवान में उपजिलाधिकारी को 9454415835 तथा तहसीलदार को 9454415844 के मोबाइल नम्बर पर अपनी समस्या को दर्ज करा सकते हैं।
प्रत्येक ग्राम सभा स्तर पर बैठकें आयोजित की जायेंगंी, जिसमंे पंचायती राज विभाग एवं नगर विकास विभाग के अधिकारियों/कर्मचारियों की भी उपस्थिति रहेगी जो आवष्यकतानुसार राजस्व कर्मियों को सहयोग प्रदान करेंगे एवं आवष्यकतानुसार अभिलेख आदि उपलब्ध करायेंगे एवं अभिलेखों को अद्याविधिक करायेंगे। सभी उपजिलाधिकारी/तहसीलदारों को निर्देशित किया गया है कि वह भम्रण कार्यक्रम तैयार कर उपरोक्तानुसार निरीक्षण कर अभियान को सफल बनायें। यह भी निर्देश दिये गये हैं कि इस अभियान के अन्तर्गत यदि किसी अधिकारी/कर्मचारी द्वारा कोई लापरवाही बरती जाती है तद्ानुसार उसके विरूद्व कार्यवाही की जायेगी तथा जिन कर्मचारियों द्वारा अच्छा कार्य किया जायेगा उनको प्रोत्साहित भी किया जायेगा।