प्रयागराज। माघ मेला का चौथा और बसंत पंचमी का पावन स्नान संगम में शुरू हो गया है. इस दौरान आस्था की डुबकी लगाते देखकर श्रद्धालुओं को मानों ऐसा लग रहा है कि संगम में आस्था, भक्ति और श्रद्धा का संगम हो गया है. करीब 25 लाख श्रद्धालु मंगलवार को डुबकी लाएंगे. सुबह से ही संगम के घाट पर इसका सिलसिला शुरू हो गया था और आस्थावानों का रेला उमड़ पड़ा है. हर तरह भक्ति की धारा बहती नजर आ रही है.
जानकारों के मुताबिक संगम के घाटों पर ब्रह्म मुहूर्त से स्नान शुरू हुआ. श्रद्धालुओं ने स्नान, श्रृद्धालु गंगा यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी में लगाया. मंगलवार को बसंत पंचमी पड़ने की वजह से स्नान के कई गुना अधिक फलदायी हो गयी है. इसका महत्व भी कई गुना अधिक बढ़ गया है. जानकारों ने बताया कि इस दिन संगम में स्नान करने वाले व्यक्ति के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. इसलिए श्रद्धालुओं को जरूर स्नान करना चाहिए. वहीं आस्था के मुताबिक श्रद्धालुओं की भीड़ भी वहां दिखी.
वहीं बसंत पंचमी के पर्व पर मेला प्रशासन चाक चौबंद इंतजाम किया है. अनुमान के मुताबिक 25 लाख श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. संगम के घाटों पर जल पुलिस और एसडीआरएफ का किया गया है. घाटों पर डीप वाटर बैरिकेडिंग की गई है. आठ किलोमीटर के दायरे में बनाए गए 17 स्नान घाटों पर स्नान हो रहा है. सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन से मेला क्षेत्र की निगरानी की जा रही है. सुरक्षा में 5000 पुलिसकर्मी किए गए हैं. तैनात, एटीएस, बीडीएस, आरएएफ, पीएसी और सुरक्षा एजेंसियां मेले में चप्पे-चप्पे पर तैनात हैं. बसंत पंचमी के मद्देनजर माघ मेला क्षेत्र में वाहनों का प्रवेश बंद किया गया है. मेले के सभी 16 एंट्री पॉइंट पर चौकसी बढ़ा दी गई है.