बदायूँ:परिषदीय विद्यालयों में आज भी ऐसी शिक्षिकाएं हैं जो अपनी प्रतिभा एवं जिम्मेदारी को बखूबी निभा कर एक मिसाल कायम कर रही हैं। जनपद बदायूं के विकास क्षेत्र जगत के ग्राम आरिफपुर नवादा की एक ऐसी शिक्षिका ने बच्चों को कॉन्वेंट की तर्ज पर शिक्षा देकर एवं उनमें विभिन्न प्रकार की दक्षताओं का संवर्धन करके इतना प्रभावित किया कि जब उनका तबादला उनके गृह जनपद मेरठ के समीप हापुड़ में हुआ तो उनके छात्रों की आंखें भर आई एवं शिक्षिका से स्थानांतरण न लेने की गुहार करते दिखे। विदाई के समय अपने स्टाफ एवं छात्रों को भावुक देख शिक्षिका स्वयं भावुक हो उठी। जनपद मेरठ के ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र की रहने वाली संगीता शर्मा पत्नी श्री प्रदीप कुमार शर्मा ने वर्ष 2016 में प्राथमिक विद्यालय आरिफपुर नवादा में शिक्षण कार्य प्रारंभ किया। जिसके परिणाम कुछ इस प्रकार मिले की यहां के बच्चे जनपद स्तरीय दक्षता परीक्षा, विद्याज्ञान परीक्षा से लेकर विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में अव्वल आने लगे एवं जनपद के जिला अधिकारी मुख्य विकास अधिकारी एवं अन्य विभागीय अधिकारी द्वारा छात्रों को पुरस्कृत किया जाने लगा। शिक्षिका संगीता शर्मा का भी जनपद स्तरीय प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा समय-समय पर सम्मान कर प्रोत्साहन किया गया। विद्यालय में पढ़ाई के स्तर मैं खासा परिवर्तन आया। गत दिवस विद्यालय में विदाई समारोह का आयोजन किया गया। विद्यालय के प्रधानाध्यापक एवं जनपद के प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला संयोजक संजीव शर्मा ने कहा कि शिक्षिका एम0ए0 शिक्षाशास्त्र के साथ ही नेट जे0आर0एफ0 उत्तीर्ण हैं व दिव्यांग हैं। वे 230 किमी0 दूर स्थित जनपद मेरठ से होने के बावजूद वे विद्यालय में हमेशा नियमित, अनुशासित रही एवं विद्यालय के प्रति पूर्ण समर्पण भाव से कार्य किया। शिक्षिका से बात करने पर उन्होंने सफल शिक्षण एवं अपनी सफलता का श्रेय अपने दिव्यांग पति प्रदीप शर्मा को देते हुए कहा कि उन्होंने सदा संगीता का हौसला बढ़ाया है। मीडिया प्रभारी आयुष भारद्वाज द्वारा भी संगीता को आगामी पारी के लिए शुभकामनाएं दी गई।