बदायूँ। डीएम ने निर्देश दिए हैं कि कहीं भी किसी भी प्रकार का अवैध कब्जा हो, तो सम्बंधित के खिलाफ कार्यवाही की जाए। उन्होंने गांव गनगोला में विकास कार्यों की समीक्षा का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने ग्रामीणों से खाद्यान वितरण के सम्बंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि गांव संवेदनशील है, पंचायती चुनाव में मतदान कर सीधे घर को जाएं। कोई भी विवाद उत्पन्न न करें। दोषी पाए जाने पर कठोर कार्यवाही तो होगी ही, साथ ही शासकीय योजनाओं से भी वंचित हो जाओगे। शान्तिपूर्वक मतदान सम्पन्न कराएं। मंगलवार को जिलाधिकारी कुमार प्रशान्त ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा के साथ विकासखण्ड दातागंज के अन्तर्गत ग्राम गनगोला में चैपाल लगाकर खुली बैठक की एवं विकास कार्यों का सत्यापन किया। ग्रामीणों की समस्याएं सुनकर उनको निस्तारित कराया, कुछ शिकायतकर्ताओं की शिकायतों पर सम्बंधित अधिकारियों को मौके पर भेजकर निस्तारण कराया। उन्होंने ग्रामीणों से शौचालय का प्रयोग करने की अपील की एवं खुले में शौच करने से होने वाले दुष्प्रभाव के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि घर में शौचालय होना अति आवश्यक है, इसे इज्जत घर का नाम दिया गया है। घर की इज्जत महिलाएं होती हैं, शौचालय घर में न होने की वजह से उनको बाहर खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है और उनको समाज की बदनियती का सामना करना पड़ता है, जिससे वह खुद को असहज महसूस करती है व उनको किसी अप्रिय घटना का डर भी सताता रहता है, यह डर होना स्वभाविक भी है। वहीं दूसरी ओर खुले में शौच की वजह से दर्जनों संक्रामक बीमारियाँ शरीर में प्रवेश कर जाती हैं। लेकिन अच्छी बात यह है अब महिलाएँ खुद जागरूक होकर अपने मायके या ससुराल में शौचालय निर्माण की आवाज को बुलन्द कर रही हैं। ऐसी महिलाओं की बहादुरी तारीफ के काबिल है। इसलिए कोई भी खुले में शौच न करे और शौचालय का ही प्रयोग करें। उन्होंने ग्रामीणों से वृद्धा, विधवा एवं दिव्यांगजन पेेंशन मिलने के बारें में जाना एवं पात्रों को इससे सम्बंधित जानकारी भी दी। उन्होंने पशु विभाग को पशुओं की इयर टैगिंग कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जो पशु स्वामी अपने पशुओं के इयरटैगिंग नहीं कराएंगे, वह न तो पशुओं को बेच सकेंगे और फिर बाद में टीकाकरण निःशुल्क भी नहीं किया जाएगा। उन्होंने निर्माणाधीन पंचायत भवन एवं सामुदायिक शौचालय का भी निरीक्षण किया। कृषि विभाग की बिल्डिंग में मरम्मत कराकर एएनएम सेंटर एवं आंगनबाड़ी केन्द्र स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। विभिन्न विभाग के अधिकारियों ने अपने विभागों में संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी दी।