छात्र संघ अध्यक्ष रहे सुरेश शर्मा की जयंती पर याद कर नाटक का भी मंचन
बरेली। बरेली कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष रहे सुरेश शर्मा जयंती पर हुए कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि अनिल कुमार एडवोकेट (वरिष्ठ भाजपा नेता ) द्वारा माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन व स्वर्गीय सुरेश चंद शर्मा और स्वर्गीय प्रेम प्रकाश शर्मा के चित्र पर माल्यार्पण करके किया गया। विद्यालय की वरिष्ठ छात्राओं के द्वारा एसिड अटैक पर एक दिन नृत्य नाटिका का मंचन भी किया गया । इस अवसर पर प्रेम सुरेश फ़ाउंडेशन द्वारा आज एस एस वी सभागार सुरेश शर्मा नगर मेंकार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री अनिल कुमार एडवोकेट ने कहा कि बरेली कॉलेज छात्र संघ अध्यक्ष के रूप में या एक्साइज़ ऑफ़िसर के रूप में हर रूप में स्वर्गीय सुरेश चंद शर्मा का व्यक्तित्व बड़ा ही प्रभावशाली था। शुरू से ही उसमें दृढ़संकल्प, सच्चाई, ईमानदारी , सत्यनिष्ठा, सरलता, निडरता, नम्रता एवं अटूट लगन के सद्गगुण विद्यमान् थे ।अनुशासन उनके जीवन का अटूट अंग था । वह गांधी, विनोवा, विवेकानंद व सुभाष चंद्र बोस के अनुयायी थे और इन महान संतों के प्रेरणादायी प्रसंगों को जीवन में रचनात्मक रूप देने के लिए वे सदैव प्रयासरत रहते थे ।
फ़ाउंडेशन संस्थापक साकेत सुधांशु शर्मा ने कहा कि कि स्वर्गीय सुरेश शर्मा अल्प आयु में ही उस ऊँचाई पर पहुँच गए थे जहाँ से उनके महत्व को समुचित अंतिम करना हमारी सामर्थ्य के बाहर है। वह समय की धारा को अपने पीछे चलने को बाध्य करने वाले महान परिश्रमी भागीरथ थे। उनका निर्माण उन टेढ़ी मेढ़ी लकीरों से हुआ था जिनसे उनके संपूर्ण व्यक्तित्व को दृष्टि और अनुभव की परिधि में बाँध पाना अथवा उनकी अंत चेतना को जान लेना हम जैसे साधारण बुद्धिवाले मनुष्य के लिए असंभव भले ही न हों परंतु कठिन अवश्य है।
फ़ाउंडेशन सह संस्थापक अंजलि शर्मा ने कहा कि आज स्वर्गीय सुरेश चंद शर्मा जी के जन्मदिवस पर इस जयंती समारोह में मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि उनकी गिनती लोकप्रिय छात्र नेताओं में होती थी और वे बरेली कॉलेज बरेली के छात्र संघ के लगातार तीन वर्षों तक बेहद लोकप्रिय सम्मानित और आदर्श अध्यक्ष रहे और सम्पूर्ण बरेली वासी इस रुहेलखंड विश्वविद्यालय की स्थापना को लेकर उनके द्वारा किये गए आंदोलन को कभी नहीं भूल सकते।
छात्र छात्राओं द्वारा इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य आकर्षण विद्यालय की वरिष्ठ छात्राओं के द्वारा एसिड अटैक पर एक दिन नृत्य नाटिका का आयोजन रहा जिसमें छात्राओं ने कहा कि किसी को मौत के घाट उतार देने से उसकी पूरी जिंदगी खत्म की जा सकती है, उसका हाथ पांव काट देने से उसको अपंग किया जा सकता है लेकिन अगर किसी पर तेजाब डाल दिया जाए तो वह इंसान ना मर पाता है ना ही जी पाता है. तेजाब से बदसूरत हुई जिंदगी को हमारा समाज सर उठाकर जीने की इजाजत नहीं देता. तेजाब से सिर्फ चेहरा नहीं इंसान की आत्मा भी जलने लगती है। इस कार्यक्रम की उपस्थित लोगों द्वारा बहुत प्रशंसा की गई ।
इस अवसर पर प्रधानाचार्या ऊषा शर्मा , श्रेय शर्मा अमोघ शर्मा, पंकज , सर्वेश, मोहन स्वरूप, सौरभ, नीता, वैशाली, पल्लवी, ज्योति, ख़ुशबू , कोमल, अंजली व साक्षी इत्यादि मौजूद रहे ।