सरदार पटेल की जयन्ती पर राजकीय महाविद्यालय में राष्ट्रीय एकता दिवस का आयोजन
क्लीन इंडिया अभियान का समापन
शपथ ग्रहण के साथ एनएसएस, एनवाईके व एनसीसी के वालंटियर्स हुए सम्मानित
बदायूं।आवास विकास स्थित राजकीय महाविद्यालय बदायूं में राष्ट्रीय सेवा योजना, नेहरू युवा केंद्र एवं नेशनल कैडेट कोर के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय एकता दिवस समारोह का आयोजन कर सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती मनाई गई। समारोह की अध्यक्षता एनसीसी की प्रभारी डॉ श्रद्धा गुप्ता रही तथा मुख्य वक्ता के रूप में एनएसएस के जिला नोडल अधिकारी डॉ राकेश कुमार जायसवाल ने सरदार वल्लभ भाई पटेल के व्यक्तित्व एवं दर्शन पर विस्तृत प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि जिला युवा अधिकारी डॉ दिनेश यादव ने दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया। विशिष्ट अतिथि के रूप में गंगा समग्र के जिला प्रमुख अशोक तोमर, नेहरू युवा केंद्र के जिला प्रशिक्षक देवेंद्र गंगवार ने भी सरदार वल्लभ भाई पटेल के द्वारा राष्ट्रीय एकता के लिए किए गए अविस्मरणीय कार्य को याद किया।उदघाटन के बाद सरदार पटेल के चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पांजलि किया गया।
मुख्य अतिथि डॉ दिनेश यादव ने कहा कि सरदार पटेल अखंड भारत के शिल्पी और राष्ट्रीय एकता के ध्वजवाहक थे। उन्होंने किसानों और युवाओं के बल पर स्वतंत्रता संग्राम में विविध प्रकार के प्रयोग किए जिसका परिणाम हमें आजादी मिली।
मुख्य वक्ता डॉ राकेश कुमार जायसवाल ने कहा कि महात्मा गांधी के द्वारा दिया गया नाम लौह पुरुष उनके व्यक्तित्व से बिल्कुल मेल खाता है। उस लौह पुरुष की अंदर एक संवेदनशील हृदय था जो भारतीय जन जन के लिए धड़कता था।पटेल जी की गांधी के प्रति अगाध श्रद्धा थी, जिसके कारण उन्होंने सर्वाधिक उपयुक्त एवं क्षमतावान होने के बाद भी पद और प्रतिष्ठा का परित्याग किया था। जायसवाल ने कहा कि दुनिया में जब देश टूट रहे थे, बिखर रहे थे उस समय नव स्वतंत्र भारत में 565 देसी राजे रजवाड़ों को अपने पक्ष में कर भव्य भारत का निर्माण करने साहस पटेल ने किया। देवेंद्र गंगवार ने कहा कि शुरुआती दिनों में राष्ट्रीय एकीकरण से बहुत से राजा नाराज हुए थे, लेकिन विलय का विरोधी हैदराबाद का निजाम भी पटेल जी के स्वर्गवास के बाद रोया था। अशोक तोमर ने कहा कि यह पटेल की बुद्धिमता थी कि स्वतंत्रता आंदोलन में भाग ले रहे अल्पसंख्यक बुद्धिजीवी वर्ग को जनशक्ति प्रदान करने के लिए बहुसंख्यक किसान व मजदूर वर्ग को राष्ट्रीयता और राष्ट्रीय आंदोलन की मुख्य धारा से जोड़ा था।कु अभिलाषा यादव,कु गीतांजलि सिंह,कु पायल व राजेश कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किया।
अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉ श्रद्धा गुप्ता ने कहा कि आज हैदराबाद और जूनागढ़ भारत का भाग है तो इसका पूरा श्रेय एकमात्र सरदार पटेल को जाता है। इस अवसर पर आजादी के अमृत महोत्सव में चलाए जा रहे प्लास्टिक उन्मूलन व स्वच्छता अभियान का समापन भी किया गया। साथ ही जल संरक्षण हेतु अभिनवी कार्यशाला आयोजित कर छात्र छात्राओं को जल संरक्षण व कैच द रेन के बारे में बताया गया। डॉ राकेश कुमार जायसवाल ने उपस्थित एनएसएस,एनसीसी वालंटियर एवं नेहरू युवा केंद्र के कार्यकर्ताओं को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई।सभी अतिथियों को अंग वस्त्र से आच्छादित कर एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया।वक्ता के रूप में विचार रखने वाली अभिलाषा यादव, गीतांजलि सिंह, पायल एवं राजेश कुमार को पुरस्कार व प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अंत में क्लीन इंडिया अभियान में सक्रिय भूमिका का निर्वहन करने वाले शिवम यादव, प्रशांत श्रीवास्तव,देवांश,आशीष कुमार, अलका शँखधार,नेहा शाक्य, ज्योति शाक्य,कमलेश कुमारी,सोनू , अनामिका,रोहित कुमार, अंजली श्रीवास्तव,ललित कुमार,गोविंद वर्मा, अनुज प्रताप,प्रशांत कुमार आदि छात्र-छात्राओं को प्रमाण पत्र प्रदान कर पुरस्कृत किया गया।समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ।
इस अवसर पर रविंदर सिंह यादव, प्रदीप चौहान,संजीव श्रीवास्तव, रिंकू यादव आदि ने सक्रिय भूमिका का निर्वहन किया।