जल है मानवता का प्राण, वर्षा जल का सरंक्षण करके करों नवयुग का निर्माण – डॉ गार्गी बुलबुल
बदायूं।आज गिन्दो देवी महिला महाविद्यालय, बदायूं की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में कार्यक्रम अधिकारी असिस्टेंट प्रोफेसर सरला देवी चक्रवर्ती के निर्देशन में व प्राचार्या डॉ गार्गी बुलबुल के संरक्षण में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत कैच द रैन कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसके तहत विचार गोष्ठी जल है मानवता का प्राण, वर्षाजल का सरंक्षण करके करों नवयुग का निर्माण। एवं स्लोगन एवं पोस्टर के माध्यम से वर्षा जल संचयन एवं जल संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ वर्चुअल व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से किया गया। प्राचार्या डॉ गार्गी बुलबुल ने बताया कि 24 मार्च‚ 2021 को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व जल दिवस के अवसर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ‘जलशक्ति अभियान : कैच द रेन’ का शुभारंभ किया। … इस अभियान को जमीनी स्तर पर लोगों की सहभागिता से देश में जल संरक्षण को बढ़ावा दिया जा सकता है।



कार्यक्रम अधिकारी असिस्टेंट प्रोफेसर सरला देवी चक्रवर्ती ने सभी स्वयंसेविकाओं को जल संरक्षण की शपथ दिलाते हुए कहा कि जल एक अमूल्य निधि है, वर्षा जल संचयन इसे बचाने की एक विधि है।



इस अभियान का लक्ष्य देश में वर्षा जल संरक्षण के लिए जन जागरूकता कार्यक्रम और विशेष कार्य योजनाएं तैयार करना है। इस लिए हमें जल संरक्षण के लिए ‘जहां भी गिरे और जब भी गिरे, वर्षा का पानी इकट्ठा करना चाहिए। अगर आज हमने जल संरक्षण पर ध्यान नहीं दिया तो मानव जीवन को भविष्य खतरे में पड़ सकता है। इसलिए आइए बचाएं वर्षा जल और सजाएं अपना कल। डॉ शुभ्रा माहेश्वरी डॉ इति अधिकारी स्वयंसेविकाओं में कु मेघा पटेल,पलक पटेल, राजकुमारी, सुषमा,ज्योती अंजली शर्मा ने भी अपने विचारों को साझा किया और वर्षा जल बचाओगे तभी तो पानी पाओगे, वरना भविष्य में कैसे तुम अपनी प्यास बुझाओगे। स्वयंसेविकाओं ने पोस्टर एवं स्लोगन प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर जल संचयन के प्रति जागरूक करते हुए दिया संदेश जल है जीवन की धारा, वर्षा जल संचयन द्वारा इसे जा सकता है निखारा।

