स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय में युवा संसद प्रतियोगिता हुई
शाहजहांपुर। स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय में युवा संसद प्रतियोगिता 2025 का भव्य और अनुकरणीय आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः 11:00 बजे हुआ। समारोह की अध्यक्षता परमपूज्य स्वामी चिन्मयानंद जी द्वारा की गई, जबकि कार्यक्रम में राज्य सभा सांसद माननीय श्री मिथिलेश कुमार जी मुख्य अतिथि के रूप में तथा उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की सदस्य श्रीमती पुष्पा पांडे विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों को मंचासीन कराकर, पुष्पांजलि एवं दीप प्रज्वलन के साथ औपचारिक उद्घाटन से हुई। प्राचार्य महोदय ने अपने स्वागत उद्बोधन में युवा संसद की सार्थकता, लोकतांत्रिक संवाद की संस्कृति एवं विद्यार्थी जीवन में संसदीय प्रक्रियाओं की समझ की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। परिचयात्मक सत्र के पश्चात सभापति महोदय द्वारा प्रतियोगिता का सत्रारंभ किया गया। मंच पर महाविद्यालय प्रबंध समिति के सचिव प्रो. अवनीश मिश्र, प्राचार्य डॉ. जयशंकर ओझा, श्री मृदुल शुक्ला, श्रीमती रंजना खंडेलवाल सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सुचारु संचालन प्राध्यापक श्री प्रदीप कुमार सिंह द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष परमपूज्य स्वामी चिन्मयानंद जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रहित सदैव व्यक्तिगत हित से ऊपर होता है। उन्होंने विद्यार्थियों को कर्तव्य-निष्ठा, अनुशासन, ऊर्जा के सकारात्मक उपयोग और राष्ट्र कल्याण हेतु समर्पित रहने का संदेश दिया। उन्होंने विधि-विधार्थियों की विशेष भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यदि युवा अपने कर्तव्यों को समझें और सही दिशा में कार्य करें, तो कोई भी लक्ष्य दूर नहीं। साथ ही उन्होंने स्वामी शुकदेवानंद विश्वविद्यालय की स्थापना हेतु मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी और उत्तर प्रदेश सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के दौरान प्रो. (डॉ.) अवनीश मिश्र द्वारा मुख्य अतिथि माननीय श्री मिथिलेश कुमार जी को अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। साथ ही क्लाइंट काउंसलिंग संहिता को सभी अतिथियों द्वारा हस्ताक्षरित कर औपचारिक रूप से अंगीकृत किया गया। यह संहिता महाविद्यालय के प्राध्यापक श्री प्रदीप कुमार सिंह व उनकी टीम द्वारा तैयार की गई है। मुख्य अतिथि माननीय श्री मिथिलेश कुमार जी ने अपने उद्बोधन में युवाओं को राष्ट्र का भविष्य करार देते हुए कहा कि आज के युवाओं की राजनीतिक समझ और जागरूकता भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था को सशक्त बना रही है। उन्होंने नई शिक्षा नीति, पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य जागरूकता, तथा गोबर आधारित जैविक खाद की महत्ता जैसे विषयों पर विशेष जोर दिया और प्रतिभागियों को संसदीय प्रणाली की गहन जानकारी प्रदान करते हुए लोकतांत्रिक मूल्यों को जीवन में आत्मसात करने की प्रेरणा दी। विशिष्ट अतिथि श्रीमती पुष्पा पांडे (सदस्य) उत्तर प्रदेश महिला आयोग ने युवाओं द्वारा प्रस्तुत पक्ष-विपक्ष के तर्कों की सराहना करते हुए कहा कि युवा संसद प्रतियोगिता के प्रतिभागियों को कानून और प्रणाली की जितनी जानकारी है, उतनी कुछ वास्तविक सांसदों को भी प्राप्त नहीं होती। उन्होंने महिला सशक्तीकरण पर जोर देते हुए कहा कि प्रतिभागियों में महिलाओं की उल्लेखनीय उपस्थिति यह प्रमाणित करती है कि आज की युवा महिलाएँ राजनीति में प्रवेश करने हेतु उत्साहित, सक्षम और अग्रसर हैं। कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय प्रबंध समिति के सचिव प्रो. अवनीश मिश्र ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि महाविद्यालय निरंतर नए आयाम स्थापित करता आ रहा है। आज जिला एवं सत्र न्यायाधीश द्वारा महाविद्यालय के विधिक सहायता केंद्र को अपनी गतिविधियों के लिए प्रथम स्थान प्राप्त होना इस संस्थान की गुणवत्ता, प्रतिबद्धता और सामाजिक उत्तरदायित्व का प्रमाण है। उन्होंने सभी अतिथियों, निर्णायकों, प्रतिभागियों, आयोजन समिति और छात्र-छात्राओं का हृदय से धन्यवाद ज्ञापित किया। अंत में कार्यक्रम का समापन महाविद्यालय की छात्राओं द्वारा राष्ट्रगान के सामूहिक एवं भावपूर्ण प्रस्तुतीकरण के साथ हुआ। यह आयोजन विद्यार्थियों में तर्कशक्ति, नेतृत्व क्षमता, संसदीय समझ, अभिव्यक्ति कौशल और समसामयिक विषयों पर रचनात्मक चिंतन को प्रोत्साहित करने में अत्यंत सफल सिद्ध हुआ।




















































































