नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी द्वारा हरियाणा में 25 लाख वोट चोरी के आरोपों पर चुनाव आयोग के सूत्रों ने प्रतिक्रिया देते हुए इन्हें बेबुनियाद बताया है। सूत्रों ने कहा कि राज्य की मतदाता सूची के खिलाफ कांग्रेस की ओर से कोई अपील या आपत्ति दर्ज नहीं कराई गई थी। आयोग के एक अधिकारी ने सवाल किया कि अगर मतदाता सूची में गड़बड़ी थी, तो कांग्रेस के बूथ-स्तरीय एजेंटों ने संशोधन के दौरान कोई दावा या आपत्ति क्यों नहीं उठाई? अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में केवल 22 चुनाव याचिकाएं लंबित हैं, जबकि चुनाव परिणाम के 45 दिन के भीतर याचिका दायर की जा सकती है। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि अगर मतदान केंद्रों पर गड़बड़ी हुई थी, तो कांग्रेस के पोलिंग एजेंटों का कर्तव्य था कि वे तत्काल आपत्ति दर्ज कराते। चुनाव आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि ‘हाउस नंबर जीरो’ उन घरों के लिए दर्ज किया जाता है, जिनके पास पंचायत या नगरपालिका द्वारा नंबर आवंटित नहीं होता। अधिकारियों ने राहुल गांधी से पूछा कि वे आयोग की विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया का समर्थन करते हैं या विरोध, क्योंकि इसका उद्देश्य मृत, दोहराए गए और स्थानांतरित मतदाताओं को हटाना है। अधिकारियों ने बताया कि बिहार और हरियाणा दोनों में कांग्रेस के एजेंटों ने संशोधन के दौरान किसी डुप्लीकेट नाम को लेकर कोई आपत्ति दर्ज नहीं कराई। बता दें, राहुल गांधी ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया था कि भाजपा और चुनाव आयोग की मिलीभगत से हरियाणा चुनावों में धांधली हुई और 25 लाख वोट चोरी किए गए, जिनमें 5.21 लाख डुप्लीकेट, 93,174 अमान्य और 19.26 लाख बल्क वोटर शामिल थे। उन्होंने यह भी कहा था कि भाजपा से जुड़े कई लोगों ने हरियाणा और उत्तर प्रदेश दोनों जगह वोट डाले। हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में भाजपा को 48, कांग्रेस को 37, आईएनएलडी को दो और निर्दलीय उम्मीदवारों को तीन सीटें मिली थीं।