बदायूं । रुहेलखंड के सुप्रसिद्ध मिनी कुंभ मेला ककोड़ा में गुरुवार की संध्या आस्था, भक्ति और प्रकाश का अनुपम संगम बन गई। अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्त्वावधान में मां गंगा की विधि-विधानपूर्वक पूजा-अर्चना कर दीपदान किया गया। जैसे ही असंख्य दीपकों की लौ गंगा की लहरों पर झिलमिलाने लगी, पूरा वातावरण “हर हर गंगे” और “निर्मल गंगे” के जयघोष से गुंजायमान हो उठा। दीपों की सुनहरी आभा से वातावरण पवित्र और मनमोहक हो गया। शंखनाद, आरती और भजनों की मधुर ध्वनियों से गंगा तट का प्रत्येक कण श्रद्धा और भक्ति में सराबोर दिखाई दिया। स्काउट संस्था के पूर्व जिला ट्रेनिंग कमिश्नर संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि मां गंगा केवल एक नदी नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, सभ्यता और आध्यात्मिक चेतना की जीवनरेखा हैं। उनके संरक्षण और निर्मलता के लिए हर नागरिक को संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने युवाओं से गंगा स्वच्छता बनाने का आह्वान किया। श्री दाताराम इंटर कालेज के प्रबंधक माधव सिंह ने कहा कि गंगा की धारा में संपूर्ण भारत की आस्था प्रवाहित होती है। मां गंगा का सान्निध्य आत्मिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा प्रदान करता है। जल संरक्षण और पर्यावरण रक्षा आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है।मृत्युंजय शर्मा ने कहा कि अखिल विश्व गायत्री परिवार सदैव समाज में जागरूकता, संस्कार और सद्भाव का संदेश देता आया है। गंगा केवल जल नहीं, जीवन है। गायत्री परिवार के परिजनों, स्काउट सदस्यों और श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में सामूहिक गंगा आरती और दीपदान के बीच गंगा तट दिव्य आभा से जगमगाने लगा। इस मौके पर हेमंत शर्मा, दीप्ति शर्मा आदि मौजूद रहे।