बदायूं । मायके वालों ने ससुराल पक्ष पर दहेज हत्या करने का आरोप लगाया है । महिला 3 माह की गर्भवती थी और पोस्टमार्टम होने के बाद महिला के भ्रूण को पोस्टमार्टम कर्मचारियों ने खिड़की से पीछे फेंक दिया । भ्रूण फेंकने की जानकारी होने पर मायके वालों ने भ्रूण को पॉलीथिन में रखकर पोस्टमार्टम कर्मचारियों और पुलिस पर मिली भगत का आरोप लगाया है। परिजनों ने पोस्टमार्टम पर पहुँच कर हंगामा किया । वही विवाहिता की मौत के बाद ससुराल वाले महिला के शव को छोड़कर अस्पताल से फरार हो गए थे। अलापुर थाना क्षेत्र के पतसा गाँव के रहने वाले दीपक की शादी दातागंज की रहने वाली रिंकी से 2020 में हुई थी । रिंकी के ससुराल बाले शादी के बाद से ही दहेज की मांग करते रहे । कल उसकी मौत संदिग्ध परिस्थितियों मे होने के बाद अस्पताल मे छोड़ कर भाग गए । उसके बाद रिंकी के परिजनों को सूचना दी गयी । परिजनों ने अस्पताल में रिंकी का पोस्टमार्टम पैनल और वीडियोग्राफी से करने की मांग की । जिसके बाद मृतका का शव पोस्टमार्टम पर पहुँचा । डॉक्टर जब पोस्टमार्टम करने जा रहे थे तब परिजनों ने कहा कि वीडियोग्राफी वाला कोई नही आया है। तब पोस्टमार्टम के कर्मचारियों ने कहा कि पंचायत नामा पर दरोगा द्वारा वीडियोग्राफी नहीं लिखा गया है । पर दोनों ने जब दरोगा से संपर्क किया और वह पंचनामा पर सुधार की बात करने के लिए आ रहा था इतनी ही देर में मृतका का पोस्टमार्टम अस्पताल कर्मचारियों द्वारा कर दिया गया । इसके बाद मायके वालों ने हंगामा शुरू कर दिया और खिड़की से झांक के देखा तो पोस्टमार्टम कर्मचारी मृतका के भ्रूण को फेंकते हुए दिखाई दिए । इसके बाद भ्रूण को एक पॉलिथीन में ले लिया । रिंकी की दहेज हत्या पर परिजनों ने आरोप लगाया कि बिना बताये ही पोस्टमार्टम कर दिया और शव के गर्भ मे से भ्रूण निकाल कर झाड़ियां में फेंक दिया । जहाँ से परिजन वह भ्रूण उठाकर लाये हैं । परिजनों का कहना हैं कि पुलिस से शिकायत के बाद भी कोई कार्यबाही नहीं हो रही हैं।