बरेली। कुतुब ए बरेली हज़रात शाहदाना वली रहमतुल्लाह अल्हे के उर्स के तीसरे दिन मजार ए मुबारक पर सन्दल पेश कर सलातो सलाम का नजराना पेश किया गया इसी कड़ी में खानकाहे निजामिया में गद्दी नशीन हज़रत पाशा मिया निज़ामी की सरपरस्ती में मिर्ज़ा मुकर्रम बेग,फसाहत नूर खा ,निसार पहलवान,मिर्जा शाहाब बेग,शीरोज सैफ कुरैशी रिज़वान नियाज़ी ने दरगाह शाहदाना वली पर चादर व गुलपोशी कर हिंदुस्तान में अमनो अमन व भाईचारे के लिए खुसूसी दुआ की दरगाह के मुतावल्ली अब्दुल वाजिद खा बब्बू मिया ने सभी की दस्तारबंदी की दरगाह शरीफ पर दिन भर हज़रिने महफिल के लिए लंगर का इंतजाम रहा बाद नमाजे असर,चन्द मिया अशरफी ने मिलादे पाक का नजराना बारगाह ए दाना वली में पेश किया रात 9: बजे दूरदराज से अये फनकार ,गुलाम साबिर,उतरा खण्ड, शावेज़,बरेली,महफूज साबरी,शमीम मुरादाबाद,जमीर चिश्ती,अमरोहा,ने सरकार शाहदाना वली की शान में कलाम पेश करते हुए कहां तेरा दर है वह दर दाना वली जहां झुकाते हैं शहंशाह भी सर दाना वली।मेरे दाना वली तेरी किया शान है तू बरेली के वालियों का सुल्तान है इन कलामों पर जायरीन झूम उठे हो। उर्स की व्यवस्था दरगाह के मुतावल्ली अब्दुल वाजिद खा नूरी ज़ेरे सरपरस्ती रही कुल की व्यवस्था देखने वालों में मुख्य रूप से,युसूफ इब्राहिम वसी अहमद वारसी,इमरान खान ,गुल्लाना खा, तौसीफ खा,उस्मान अल्वी,अब्दुल सलाम नूरी,ज़र्दब साबरी,भूरा साबरी,जावेद खा, शाहान खा,सलीम रजा,मुकर्रम बेग, शीरोज सैफ आदि सहित बड़ी तादाद में लोग मौजूद रहे ।