बदायूँ, राजकीय मेडिकल कॉलेज, बदायूँ के नेत्र रोग विभाग में विभागाध्यक्ष डा0 अमृता बाजपेयी के नेतृत्व में दोनों नेत्रों के तिरछेपन (Alternate Divergent Squint) का अत्यन्त जटिल ऑपरेशन सफलतापूर्वक किया गया। ग्राम सिरसौली निवासी 21 वर्षीय आलोक बचपन से ही दोनों आंखों के तिरछेपन की समस्या से जूझ रहे थे। इस कारण उन्हें समाज में “भैंगा” कहे जाने की पीड़ा सहनी पड़ती थी, जिससे वह मानसिक रूप से हीनभावना से ग्रस्त थे। कई अस्पतालों में उपचार कराने के बावजूद समाधान न होने पर, एक परिचित की सलाह पर वे राजकीय मेडिकल कॉलेज, बदायूँ पहुँचे। जाँच के बाद डॉ. अमृता बाजपेयी ने बताया कि इस जटिल समस्या का निवारण दो चरणों (Two sittings) में सर्जरी के माध्यम से किया जा सकता है। दो सिटिंग्स में किए गए ऑपरेशन के उपरान्त आलोक की दोनों आंखों का तिरछापन पूर्णतः ठीक हो गया है। ऑपरेशन के बाद आलोक एवं उनके परिवारजनों ने नेत्र रोग विभाग और राजकीय मेडिकल कॉलेज, बदायूँ का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यहाँ उपलब्ध उन्नत सुविधाओं के कारण आम जनता को बड़े महानगरों की ओर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ती। इस ऑपरेशन में डा0 राजेश शाक्य, डा0 अपूर्वा, डा0 जतिन, डा0 निकिता एवं डा0 आशीष का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। राजकीय मेडिकल कॉलेज, बदायूँ के प्राचार्य ने इस अवसर पर कहा कि – हमारा प्रयास है कि जनपद एवं आस-पास के जिलों की जनता को उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएँ यहीं उपलब्ध कराई जाएँ। नेत्र रोग विभाग द्वारा किया गया यह जटिल ऑपरेशन हमारे संस्थान की क्षमता और विशेषज्ञता का प्रतीक है। भविष्य में भी कॉलेज निरंतर इस प्रकार की उन्नत स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करता रहेगा।”