अमेरिका की यूनिवर्सिटी ने वरिष्ठ पत्रकार शरद शंखधार को मानद डॉक्टरेट उपाधि से नवाज़ा

बदायूं। हिंदी पत्रकारिता के क्षेत्र में चार दशकों से अधिक समय तक अपनी लेखनी और निर्भीक रिपोर्टिंग के लिए पहचान बनाने वाले वरिष्ठ पत्रकार व साहित्यकार शरद शंखधार को अमेरिका की Cedarbrook University ने मानद डॉक्टरेट (Ph.D.) उपाधि और गोल्ड मेडल से सम्मानित किया है। यह अलंकरण वर्ल्ड कल्चर एंड एजुकेशन ऑर्गनाइजेशन की ओर से दिल्ली के एक पांच सितारा होटल में आयोजित भव्य समारोह में किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद प्रसिद्ध पहलवान दारा सिंह के सुपुत्र व फिल्म अभिनेता बिंदूदारा सिंह ने दर्जनों देशों के नामचीन हस्तियों और सेलिब्रिटी की मौजूदगी में शरद शंखधार को सम्मान प्रदान किया। उन्हें यूनिवर्सिटी की ओर से डॉक्टरेट की उपाधि, प्रमाणपत्र, शपथपत्र और गोल्ड मेडल देकर, बेच व शॉल ओढ़ाकर अलंकृत किया गया।

पत्रकारिता की नई परिभाषा गढ़ने वाले शरद शंखधार समारोह में ऑर्गनाइजेशन और यूनिवर्सिटी के प्रवक्ताओं ने कहा कि शरद शंखधार ने पिछले 38 वर्षों से निरंतर हिंदी पत्रकारिता की सेवा करते हुए एक से बढ़कर एक ऐतिहासिक कार्य किए हैं। अब तक उन्होंने एक हजार से अधिक विशेष स्टोरी, फीचर, इंटरव्यू, संस्मरण, लेख व रिपोर्ट प्रकाशित किए हैं। दो पुस्तकें—नई कहानी और नई कविता—प्रकाशित हो चुकी हैं। क्राइम, राजनीति, सड़क हादसे, दंगे, आतंकवाद, ट्रैफिक और जनसमस्याएं उनके प्रिय विषय रहे हैं, जिन पर उन्होंने उल्लेखनीय कार्य किया है। जमीनी पत्रकारिता और साहसिक रिपोर्टिंग शरद शंखधार ने महाराष्ट्र, दिल्ली, लखनऊ, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड सहित सात राज्यों के 25 से अधिक जिलों में प्रतिनिधि रहकर पत्रकारिता की।1989 बदायूं दंगे की रिपोर्टिंग कर उन्होंने सांप्रदायिक सौहार्द बढ़ाने का साहसिक प्रयास किया, जिसके लिए तत्कालीन जिलाधिकारी शिशिर प्रियदर्शी ने उन्हें प्रशंसा पत्र दिया।

1992 रामजन्मभूमि आंदोलन व बाबरी मस्जिद विध्वंस के दौरान शीर्ष नेताओं और प्रमुख संतो के साक्षात्कार प्रकाशित कर निष्पक्ष पत्रकारिता की मिसाल पेश की। 2012-13 जम्मू कश्मीर में आतंकवाद के चरम काल में एक प्रमुख हिंदी दैनिक में महत्वपूर्ण पद पर रहते हुए आतंकवाद की जमीनी सच्चाईयों को कलमबद्ध किया। उत्तराखंड में उप-संपादक रहते हुए सड़कों, यातायात, दुर्घटनाओं और पूर्णागिरि धाम की समस्याओं पर प्रभावी लेखन किया।सैकड़ों पुरस्कारों से सम्मानित, समाजसेवा में भी सक्रिय पत्रकारिता के अलावा शरद शंखधार सामाजिक समरसता, महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में भी लगातार सक्रिय हैं। उन्हें अब तक 100 से अधिक राष्ट्रीय, प्रांतीय और स्थानीय पुरस्कार मिल चुके हैं। वर्तमान में वे एक प्रमुख हिंदी समाचार पत्र के बिज़नेस एसोसिएट और एक डिजिटल न्यूज़ चैनल के प्रधान संपादक हैं। हाल ही में 4 मई को दिल्ली में आयोजित समारोह में फिल्म अभिनेत्री अमीषा पटेल ने उन्हें डिजिटल मीडिया में अभिनव प्रयोग के लिए सम्मानित किया था।