बदायूँ। सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर वजीरगंज कस्बे के रहने वाले एक व्यक्ति से धोखाधड़ी 15 लाख रुपये ठगने के मामले में एसएसपी के आदेश पर वजीरगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले में जांच शुरू कर दी है। सौरभ शंखाधार ने बताया कि उनकी मुलाकात में 2018 में हरदोई जिले के देहात कोतवाली इलाके के मोहल्ला डल्ला सिंह पेट्रोल पंप के रहने वाले विनय कुमार तिवारी से हुई थी। विनय कुमार तिवारी खुद को प्रभावशाली व्यक्ति बताते हुए सचिवालय में समीक्षा अधिकारी की नौकरी दिलाने का झांसा दिया। इसके एवज में 15 लाख रुपये की मांग की गई। पीड़ित ने सात लाख रुपये नकद और आठ लाख रुपये अपने छोटे भाई वैभव शर्मा, पप्पू तिवारी, अशोक तिवारी के सामने विनय तिवारी को दिए थे, लेकिन के बाद भी नौकरी नहीं लगी। इसके बाद सौरभ शंखाधार के विनय तिवारी लगातार रुपये लौटाने में टालमटोल करने लगा। 2021 में दबाव डालने पर विनय तिवारी तीन लाख रुपये वापस किए गए लेकिन शेष 12 लख रुपए मांगने पर विनय तिवारी ने रुपये नहीं दिए। तब सौरभ ने गवाहों के सामने विनय कुमार तिवारी से रुपये वापस मांगे तो विनय तिवारी ने स्टांप पेपर पर पैसे लेने वापस करने की बात कही और कहा कि 13 जनवरी 2023 को वापस कर देंगे लेकिन इसके बाद भी पैसे वापस नहीं किया। बाद में फोन ब्लैकलिस्ट कर संपर्क तोड़ दिया। जब पीड़ित ने अपने पैसे वापस मांगे, तो उसे धमकियां दी गई और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। इसके बाद सौरभ ने एसएसपी को शिकायती पत्र देकर नौकरी ठगी करने वाले लोगों पर कार्रवाई की मांग। इसके बाद सौरभ की शिकायत पर वजीरगंज थाना पुलिस ने नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने वाले विनय पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि धोखाधड़ी कर ठगी करने वाले आरोपी पर जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।