ईपीएस -95 पेंशनर्स की मासिक बैठक हुई

बरेली। ईपीएस-95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति ,बरेली मण्डल, बरेली के चारों जिलों बदायूँ, शाहजहांपुर, पीलीभीत और बरेली के ईपीएस-95 पेंशनर्स की सैकड़ो की संख्या में मण्डल अध्यक्ष ओपी शर्मा की अध्यक्षता में पुराने रोडवेज बस स्टेशन, बरेली पर आम बैठक आयोजित हुई । बैठक में प्रान्तीय उपाध्यक्ष गंगाप्रसाद लोधी ने संगठन की एकता बनाये रखने पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सगठन को कमजोर करने वाली शक्तियों से सावधान रहकर हमें अपने लक्ष्य को प्राप्त करना है । बैठक में मण्डल अध्यक्ष ओपी शर्मा ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि हमें अपने राष्ट्रीय नेतृत्व के मार्ग दर्शन में पेंशन बढ़ोत्तरी की 7500/-रूपये मासिक पेंशन मंहगाई भत्ता सहित करने, पति पत्नी का निःशुल्क उपचार करने, उच्च पेंशन का लाभ देने तथा ईपीएस-95 योजना से बंचित सदस्यों को 5000/- रूपये मासिक जीवन निर्वाह भत्ता दिये जाने की 4 सूत्रीय मांगों को लेकर देश के सभी 28 राज्यो में चलाये जा रहे ईपीएस-95 पेंशन बढ़ोत्तरी की मांगों के वर्षों लम्बे आन्दोलन की उपेक्षा पर केन्द्र सरकार की हठधर्मिता की कड़े शब्दों में आम पेंशनर्स ने हाथ उठाकर रोष व्यक्त किया और सरकार से दो दो हाथ कर मार्गों की पूर्ति हेतु शीघ्र ही देश भर में राष्ट्रीय नेतृत्व के आवाहन पर तीव्र आन्दोलन करने को सहमति प्राप्त कर, तैयार रहने की अपील की गई । बैठक में मण्डल महासचिव उमेश चन्द्र जौहरी ने कहा कि हमें सह – सह व घुट घुट कर मरने से अच्छा है कि हम अपनी पेंशन बढ़ोत्तरी के अधिकारों की लड़ाई को सरकार से आखिरी दम तक लड़ाई लड़ने मरने को हमेशा तैयार है। बैठक में वरिष्ठ नेता चिरंजीव गौड़ द्वारा जोरदार मांग करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार हमारी 4 सूत्रीय मांगों की शीघ्र पूर्ति की घोषणा करें, अन्यथा हमारे ईपीएस- 95 देशभर के पेंशनर्स की ईपीएफओ में जमा सम्पूर्ण धनराशि को ब्याज सहित शीघ्र पेंशनर्स को वापस करें । बैठक में ईपीएस-95 योजना से जुड़े मीडिया सहित परिवहन निगम, बन निगम, खाद्य निगम, भण्डार निगम ,बीज निगम, चीनी निगम, सिंचाई विभाग, सहकारी एवं अर्ध सहकारी तथा निजी क्षेत्र के विभिन्न विभागों के ईपीएस-95 के सेवा निबृत पेंशनर्स उत्साह पूर्वक सम्मिलित हुए । बैठक में राकेश कुमार गुप्ता, बेचे लाल वर्मा, सुधीर कुमार उपाध्याय, आर के मिश्रा, सुशील कुमार सक्सेना, शिव शंकर राय, शशि जायसवाल, मुनेन्द्र अवस्थी पंडित रमाकान्त, जावेद अली अनिल रस्तोगी , विमला शुक्ला, सुरजा देवी सहित कई वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किये ।