एपीएम कॉलेज के स्वयंसेवकों ने चलाया नशा उन्मूलन अभियान

उझानी। अयोध्या प्रसाद मेमोरियल डिग्री कॉलेज में राष्ट्रीय सेवा योजना के सात दिवसीय शिविर के अंतरगत छठवे दिवस, कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर महेश पाल सिंह यादव व डॉक्टर शिल्पी पांडे के नेत्रत्व में स्वयंसेवकों व स्वयंसेविकाओं ने अपने चयनित ग्राम गंगोरा व सरोरा मे नशा उन्मूलन अभियान चलाया जिसके अंतरगत रैली निकालकर व नारो के माध्यम से ग्राम वासियों को नशे से होने वाली क्षति के प्रति जागरुक किया व घर-घर जाकर लोगों को नशे से होने वाली हानियों के बारे में अवगत कराया तथा नशा न करने के प्रति प्रेरित किया । बौद्धिक सत्र में महाविद्यालय के प्रोफ़ेसर दौलत राम ने ग्राम वासियों को सम्बोधित करते हुए कहा नशा हमारे जीवन को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करता है इसके परिणाम कभी सुखद नहीं होते हैं तथा नशा न करने की शपथ दिलाई । डॉक्टर शुचि गुप्ता ने स्वयंसेविकाओं को बताते हुए कहा कि नशा मुक्ति एक महत्वपूर्ण मानविक उद्देश्य है, जिसका मकसद व्यक्ति और समाज को नशे की बुराई से मुक्त करना है। इस लेख में नशा मुक्ति के अर्थ,महत्व, कारण, और उपायों पर चर्चा करेगा। नशा मुक्ति का अर्थ होता है किसी व्यक्ति या समाज को नशे से मुक्त करना, अर्थात् नशे का सेवन करने से बचाव या उसकी नशा को दुर करने का प्रयास है। और साथ ही साथ व्यक्ति या समाज की स्वस्थ और सकारात्मक जीवन शैली को प्राथमिकता देना है और नशे के हानिकारक प्रभावों से बचाव करना होता है। नशा मुक्ति का महत्व न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य और जीवन के लिए है, बल्कि समाज के विकास के लिए भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है। नशे का सेवन समाज में अपराध, गरीबी, और परिवारों के टूटने की प्रमुख वजह है। नशे के कारण मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बिगाड़ देते हैं। यह व्यक्ति के व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन को भी प्रभावित करता है और उनके संबंधों को भी क्षति पहुंचाता है। नशा मुक्ति के उपायों में शिक्षा, सशक्तिकरण, और चिकित्सा सहायता शामिल होती है। समाज में जागरूकता फैलाने और नशे के सेवन को रोकने के लिए कई प्रमुख पहलुओं पर काम किया जा रहा है। नशा मुक्ति हमारे समाज के विकास के लिए आवश्यक है। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम नशे से मुक्ति प्राप्त करने के लिए कठिन प्रयास करें और अपने समाज को नशे के हानिकारक प्रभावों से बचाने में सहयोग करें। इस अवसर पर प्रोफेसर शिशुपाल पाल सिंह, डॉ शुचि गुप्ता, डॉक्टर त्रिवेंद्र सिंह आदि उपस्थित रहे! अभिनव सक्सेना