बरेली। विद्युत संविदा मजदूर संगठन ने 168 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने के खिलाफ मुख्य अभियंता पावर कारपोरेशन के कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया डिस्कॉम मध्यांचल मुख्यालय ने ऑल सर्विसेज ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड को 2 साल के लिए अनुबंधित किया है जिसके तहत कंपनी ने 20% कर्मचारियों की छटनी का आदेश जारी किया है इससे बरेली में कार्यरत विद्युत संविदा कर्मचारियों में हड़कंप मच गया, क्योंकि उन्हें अपनी रोजी-रोटी की चिंता सताने लगी। संविदा कर्मचारियों ने बताया कि वे पिछले 20 वर्षों से इस विभाग में कार्यरत हैं और अचानक छटनी के आदेश से वे भुखमरी के कगार पर पहुंच जाएंगे बच्चे पढ़ाई पर कर रहे हैं उनकी स्कूल फीस कैसे दी जाएगी उन्होंने एल. ओ.आई. को निरस्त करने की मांग की और कहा कि जब तक यह आदेश वापस नहीं लिया जाएगा वे धरने पर बैठे रहेंगे संविदा कर्मचारी ने दस से पंद्रह साल पॉवर कॉर्पोरेशन को दिए जीवन में उसको निकाल कर बाहर कर दिया ऐसी परिस्थितियों में संविदा कर्मी अपने परिवार सहित अपनी जीवन लीला समाप्त करने को विवश हो जाएंगे। संविदा कर्मचारियों ने अपने पांच सूत्रीय मांग पत्र में कहा कि आउटसोर्स द्वारा नियुक्त कुशल श्रमिकों को 25 हज़ार रुपये प्रति माह और अकुशल श्रमिकों को 18 हज़ार रुपये प्रति माह वेतन दिया जाए साथ ही उन्होंने मांग की टेंडर केवल मध्यांचल के पास से दिया जाए और कर्मचारियों को ईपीएफ की सुविधा सुनिश्चित की जाए। इसके अलावा, कर्मचारियों के सेवा नियमावली में बदलाव और उनकी सेवाकाल सीमा को 55 वर्ष से बढ़ाकर 58 वर्ष करने की भी मांग की गई धरने पर पुनीत राय, नवल किशोर सक्सेना, सुनील गोस्वामी, नरेश पाल सिंह, जहीर खान, असलम खान समेत बड़ी संख्या में संविदा कर्मचारी शामिल थे।