अखिल भारतीय वैश्य महिला कुटुंब ने निशुल्क परामर्श शिविर संबधी कार्य को बैठक की
बदायूँ। अखिल भारतीय वैश्य महिला कुटुंब बदायूं के तत्वावधान में भारत सरकार की लाभकारी योजनाओं को जन-जन तक रुबरु कराने हेतु निशुल्क परामर्श शिविर लगाने संबंधी प्रबुद्ध महिलाओं द्वारा एक बैठक डॉ. ममता नौगरैया के जोगीपुरा बदायूं स्थित आवास पर आहूत की गयी। जिसमें वरिष्ठ साहित्यकार ,संयोजक एवं प्रभारी डॉ. ममता नौगरैया ने बताया-” कि उनके द्वारा रचित पुस्तक ‘मोदी सरकार की गारंटी योजनाये’ केवल लिखना ही नहीं अपितु इस पर पूरी समिति बनाकर हमें काम करना होगा जिसकी पहल हमने कर दी है । बुद्धिजीवी वर्ग को साथ लेकर एक बैठक द्वारा पहले योजनाओं पर विचार विमर्श किया गया जिनपर हमें मुख्य रूप से कार्य करना है।”डायरेक्टर डॉ प्रतिभा गुप्ता ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा -“जितनी प्रभावी योजनाएं हैं उन पर जानकारी हासिल करके कार्य करना,प्रभावित ग्रामीण क्षेत्रों पर कार्य करना हमारी पहल रहनी चाहिए।” परामर्श समिति के अध्यक्ष व फिजीशियन डॉ सुरेश चन्द्र नौगरैया ने कहा-” कि एरिया व परिवर्तित स्थान पर कैंप लगाकर हम सरकारी योजनाएं जन-जन तक पहुंचने में समर्थ हो सकेंगे।” दीप्ति गुप्ता बिंदु पर विचार विमर्श करते हुए कहा-” कि हमारी समिति द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को सरकारी योजनाओं से अवगत कराने व उनकी मदद करने से जन जन तक लाभ पहुंचेगा।”रोजी रस्तोगी ने कहा -“हमारे इस कैंप से लोगों तक सहायता पहुंचेगी व सरकारी योजनाओं का ज्ञान होगा। “सरला चक्रवर्ती ने कहा -“हमारा परामर्श कैंप निर्बल वर्ग को सहायता देने में योगदान देगा।”डॉ शुभ्रा माहेश्वरी ने कहा -” निशुल्क परामर्श शिविर द्वारा संचालित योजनाएं जन-जन तक पहुंचेगी एवं जिन योजनाओं की जानकारी लोगों को नहीं हैं उनकी जानकारी व किस तरह उपयोग करना है यह सब पहुंचाना ही हमारी इस संस्था का कार्य रहेगा।” समिति के पदाधिकारियों व सदस्यों की एक समिति गठित की गई जिसमें श्रीमती दीप्ति गुप्ता,रोजी रस्तोगी, डॉ शुभ्रा माहेश्वरी, सरला चक्रवर्ती, डॉ प्रतिभा गुप्ता, प्रियांशी बुलबुल, आरती, अनुराधा, जनसेवा कैफे से शुभम गुप्ता,मधु अग्रवाल,आभा गोयल शिवि रस्तोगी, डॉ निशि अवस्थी, डॉ प्रतिभा मिश्रा, डॉ वंदना मिश्रा आदि को उनके दायित्व सौपकर उनको कार्यकारी योजनाओं से अवगत कराया गया। सरकारी योजनाओं में रोजगारपरक,निर्बलवर्ग संबंधी आदि 95 योजनाओं को अवगत कराकर एक रुपरेखा बनायी गयी। इससे पूर्व 3/1/25 को भी आनलाइन मीटिंग में भी इस तरह के विभिन्न विचारों का आदान-प्रदान किया गया था।
अंत में डॉ ममता नौगरैया ने सभी का आभार व्यक्त किया।