बदायूँ के अपह्त फार्मासिस्ट शाकिर की हत्या हो गई,अलीगढ़ में लाश फेंकी गई,पर्दाफाश
बदायूं। जिला अस्पताल के फार्मासिस्ट की अपहरण के बाद हत्या हुई थी। इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। सहसवान ले जाकर हत्या की गई और शव को अलीगढ़ के थाना दादों इलाके के सांकरा पुल रामघाट से नदी में फेंका गया। पुलिस ने इतना माना है, हालांकि न तो शव बरामद कर सकी और न ही वारदात की वजह स्पष्ट कर पा रही है। पुलिस ने चार आरोपियों की गिरफ्तारी सदर कोतवाली इलाके में बड़े सरकार की दरगाह के पास से दिखाई है। इनमें सुल्तान, मुनाजिर निवासीगण गांव भवानीपुर खैरू कोतवाली सहसवान के अलावा जोगेंद्र यादव निवासी कस्बा दहगवां और दहगवां का ही शौकीन शामिल हैं। पुलिस का दावा है कि इन्हीं चार लोगों ने शाकिर की हत्या की थी। शाकिर को ये लोग सहसवान में स्थित आरिश की ट्रैक्टर एजेंसी ले गए। वहां हथौड़े से सिर पर प्रहार कर मौत के घाट उतारा और बाद में शाकिर की गाड़ी से ही लाश को नदी में फेंक आए। गाड़ी बदायूं वापस लाकर राजकीय मेडिकल कालेज के पास खड़ी कर दी। इनके पास से गाड़ी की ओरिजनल चाबी बरामद हुई है। शाकिर के मोबाइल फोन भी पुलिस को नहीं मिले हैं।वजह नहीं बता पा रही पुलिस शाकिर का अपहरण और हत्या किस वजह से हुई, इसका जवाब पुलिस के पास नहीं है। एक महिला समेत तीन लोग पहले अपहरण में जेल भेजे गए थे। जबकि अब चार अन्य लोगों पर हत्या का जुर्म ठहराते हुए पुलिस ने जेल भेजा है। जबकि रिकवरी के नाम पर पुलिस खाली हाथ है। यहां तक कि वजह भी खुलकर नहीं कह पा रही है। बदायूं का शाकिर अपहरण-हत्याकांडः सिर पर हथौड़ा मारकर किया कत्ल, फिर अलीगढ़ में पुल से फेंकी थी लाश, पुलिस ने चार लोग किए गिरफ्तार, वजह का पता नहीं बदायूं जिला अस्पताल के फार्मासिस्ट की अपहरण के बाद हत्या हुई थी। इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। सहसवान ले जाकर हत्या की गई और शव को अलीगढ़ के थाना दादों इलाके के सांकरा पुल रामघाट से नदी में फेंका गया। पुलिस ने इतना माना है, हालांकि न तो शव बरामद कर सकी और न ही वारदात की वजह स्पष्ट कर पा रही है। पुलिस ने चार आरोपियों की गिरफ्तारी सदर कोतवाली इलाके में बड़े सरकार की दरगाह के पास से दिखाई है। इनमें सुल्तान, मुनाजिर निवासीगण गांव भवानीपुर खैरू कोतवाली सहसवान के अलावा जोगेंद्र यादव निवासी कस्बा दहगवां और दहगवां का ही शौकीन शामिल हैं। पुलिस का दावा है कि इन्हीं चार लोगों ने शाकिर की हत्या की थी। शाकिर को ये लोग सहसवान में स्थित आरिश की ट्रैक्टर एजेंसी ले गए। वहां हथौड़े से सिर पर प्रहार कर मौत के घाट उतारा और बाद में शाकिर की गाड़ी से ही लाश को नदी में फेंक आए। गाड़ी बदायूं वापस लाकर राजकीय मेडिकल कालेज के पास खड़ी कर दी। इनके पास से गाड़ी की ओरिजनल चाबी बरामद हुई है। शाकिर के मोबाइल फोन भी पुलिस को नहीं मिले हैं। वजह नहीं बता पा रही पुलिस शाकिर का अपहरण और हत्या किस वजह से हुई, इसका जवाब पुलिस के पास नहीं है। एक महिला समेत तीन लोग पहले अपहरण में जेल भेजे गए थे। जबकि अब चार अन्य लोगों पर हत्या का जुर्म ठहराते हुए पुलिस ने जेल भेजा है। जबकि रिकवरी के नाम पर पुलिस खाली हाथ है। यहां तक कि वजह भी खुलकर नहीं कह पा रही है।