बरेली। अंतराष्ट्रीय शान्तिवक्ता प्रेम रावत ने अपने सन्देश में बताया कि अगर आपको 3 मिनट हवा नहीं मिले या 3 दिन पानी नहीं मिले या 3 हफ्ते खाना नहीं मिले तो आप जिन्दा नहीं रहेंगे क्यूंकि ये आपकी चाहत नहीं आपकी जरूरत हैँ इसलिए अपनी चाहतों को नहीं अपनी जरुरत को समझिये और शान्ति आपकी चाहत नहीं जरुरत हैँ और वह शान्ति आपके अंदर हैँ और आप इसे आत्मज्ञान द्वारा प्राप्त कर सकते है और इसमें मै आपकी मदद कर सकता हुँ उन्होंने आगे बताया शांति एक बुनियादी जरूरत है और इसकी स्थापना मानवता की सबसे बड़ी उपलब्धि होगी शांति व मानवता विषय के प्रख्यात वक्ता प्रेम रावत पूरे विश्व में भ्रमण करते हुए हर वर्ग के लोगों को प्रेरित कर रहे हैं उनके अनुसार शांति प्रत्येक मनुष्य के अंदर स्थित है और उसका अनुभव करके ही मनुष्य मानवता के हित में कार्य कर सकता है यह प्रत्येक व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि इस विश्व में मानवता व शांति का वातावरण स्थापित हो। कार्तिक माह की पूर्णिमा को हर साल रामगंगा चौबारी में विशाल मेले का आयोजन किया जाता हैँ इस बार रामगंगा मेले में राज विद्या केंद्र बरेली के द्वारा शान्ति का सन्देश का एक कैम्प लगाया गया जिसमे मेले में आए हुए हज़ारो श्रद्धांलुओं ने प्रेम रावत जी के शान्ति के सदेश को वीडियो के माध्यम से बड़े ध्यान से सुना और आगे सुनने की भी इच्छा प्रकट की इस कैम्प मे रामसरन गुप्ता (संयोजक), रमेश श्रीवास्तव, मनोज गुप्ता, जितेन्द्र पाल, विनय गुप्ता, लाल बहादुर यादव, प्रीति गुप्ता, मलहु प्रसाद, रामनाथ देवल आदि कार्यकर्ताओं ने भरपूर सहयोग किया।