पीलीभीत। गन्ना के बकाया भुगतान को लेकर बरखेड़ा चीनी मिल में धरना दे रहे किसानों ने एडीएम पर किसानों से अभद्रता करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने किसानों को डंडा फटकार कर खदेड़ कर भगा दिया और टेंट उखाड़ने का आरोप भी लगाया है। एडीएम, जिला गन्ना अधिकारी और पुलिस के साथ किसानों से समझौता कराने पहुंची थी। वहीं, एडीएम ने सभी आरोपों को गलत बताया। कहा कि किसानों ने अपनी मर्जी से धरना समाप्त किया है। बकाया भुगतान को लेकर बजाज चीनी मिल के केन यार्ड गेट पर दो दिन से किसानों का धरना चल रहा था। किसानों का कहना है कि रविवार सुबह नौ बजे अपर जिला अधिकारी रितु पुनिया, गन्ना अधिकारी और मिल अधिकारी धरना स्थल पहुंचे। कहा कि जितने किसान है वो अपना खाता नंबर बताएं उनके खाते में धनराशि भेज दी जाएगी। इस पर किसान नेता परमेश्वरी लाल ने सभी किसानों का भुगतान करने को कहा। किसान हरिओम गंगवार के अनुसार इसी बात को लेकर एडीएम और परमेश्वरी लाल में बहस होने लगी। आरोप है कि एडीएम ने परमेश्वरी लाल अभद्रता की। अन्य किसानों से भी अभद्रता की गई। भीम आर्मी के हरीश गंगवार का आरोप है कि समझौते के दौरान कई किसानों को पीटा गया। समझौते के नाम पर अभद्रता और खदेड़ने के विरोध में किसान बड़े आंदोलन की तैयारी में है। दोबारा धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है। अन्य किसान भी बरखेड़ा चीनी मिल पहुंच रहे हैं। किसानों ने बताया कि जिन किसानों से कागजों पर हस्ताक्षर कराकर समझौता कराया है। वे प्रशासन और मिल के अपने दलाल किसान है। हमारा कोई समझौता नहीं हुआ जब तक पूर्ण भुगतान नहीं हो जाता है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।बरखेड़ा चीनी मिल पर किसानों का करीब 96 करोड़ रुपये का भुगतान बकाया है। मिल का नवीन पेराई सत्र शुरू हो गया, लेकिन पुराना भुगतान अब तक नहीं हुआ। इसी को लेकर किसान दो दिन से धरना प्रदर्शन कर रहे थे। एडीएम वित्त एवं राजस्व ऋतु पूनिया ने बताया कि आरोपों का कोई साक्ष्य है क्या। आरोप तो कोई भी लगा सकता है। किसी तरह की अभद्रता नहीं की गई। किसानों ने खुद समझौता पत्र दिया है। भुगतान की समस्या का समाधान हो रहा है। मिल ने पांच करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया है। 11 और 15 नवंबर को 10-10 करोड़ रुपये का भुगतान चीनी मिल करेगी। मिल ने 15 दिसंबर तक पूरा भुगतान करने को कहा है।