बरेली । खानकाहे शाहजी रफीकुल औलिया मे 15 वे सालाना बामुताबिक चाँद उर्से शाहजी रफीकुल औलिया र• अ• के मोके पर 17 रवीउस्सानी 1446 हिज्• 21 अक्टूबर बरोज़ पीर हजरत शाहजी रफीकुल औलिया र• अ• के आख़िरी कुल शरीफ़ हुआ। जिसमे दूर दराज से उलमा हज़रात वा नातख्वा हज़रात ने शिरकत की जिसमें पीलीभीत शरीफ से तशरीफ लाए हजरत अल्लामा मोलाना कारी अतीक साहब किबला ने तकरीर पेश की और हजरत शाहजी रफीकुल औलिया र• अ• की शान बयान की जनाब मोलाना मोहम्मद सलीम साहब किबला खतीब इमाम मस्जिद रफीकुल औलिया ने भी खुसूसी तकरीर पेश की और हुजूर शाहजी रफीकुल औलिया र •अ• की शान बयान की। जनाब हजरत कारी यासीन साहब मोहम्मदी कदीरी खतीब इमाम सुनहरी मस्जिद बरेली शरीफ ने खुबसूरत अंदाज में नात व मनकबत पेश की और शाहजी रफीकुल औलिया र • ल• हयात पे रोशनी डाली नातख़्वान हज़रात बुलबुले बागे मदीना जनाब रिज़वान रफ़ीक़ी धंतिया से तशरीफ़ लाए और शानदार क़लाम किये .जनाब सरताज रफीकी ने भी खुबसूरत अंदाज में नात व मनकबत पेश की जनाब मोहम्मद कैफ साहब ने भी ख़ूबसूरत क़लम पेश किये खानकाहे शाहजी रफीकुल औलिया के सज्जादा नशीन जनाब मोहिब मियां रफीकी क़दीरी साहब क़िबला की ज़ेरे सरपरस्ती में प्रोग्राम की सारी तकरीबात मनाई गई । इस मोके पर हज़रत मोहिब मियाँ रफ़ीकी क़दीरी साहब क़िबला ने ख़ुसूसी दुआ की प्रोग्राम मे नायब सज्जादा जनाब फय्युख अहमद रफीकी, जनाब जहीर साहब, जनाब नबी हसन, जनाब नन्हे भाई, जनाब फैजी मुमताज, जनाब जुनैद रफीकी, व दूर दराज से आये तमाम मुरीदीन हजरात ने शिरकत की।