बरेली । देश के महान स्वतंत्रता सेनानी संपूर्ण क्रांति के जनक लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती पर भारतीय लोकतंत्र रक्षक सेनानी समिति और मानव सेवा क्लब ने आयोजन किया। गोष्ठी में बोलते हुए डॉक्टर वीरेंद्र कुमार ने कहा कि सत्ता के नजदीक रहते हुए भी सत्ता से सदैव दूरी बनाए रखने वाले लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने आपातकाल और उससे पूर्व संपूर्ण क्रांति का नारा देकर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी। इस लड़ाई से घबराकर 25, 26 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने लोकतंत्र की हत्या कर तानाशाही की हुकूमत कायम कर दी। प्रदेश के महामंत्री वीरेंद्र कुमार अटल ने लोकतंत्र सेनानियों का आवाहन करते हुए कहा हम सब की जिम्मेदारी है की वर्तमान युवा पीढ़ी को आपातकाल की तानाशाही और लोकतंत्र की बहाली के लिए किए गए संघर्ष से परिचित कराया जाए। विनोद कुमार गुप्ता ने कहा कि गुजरात में शुरू हुई भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई कुछ समय में देश भर में शुरू हो गई थी। उन्होंने कहा कि आपातकाल के दौरान जहां संवैधानिक अधिकार समाप्त हो गए थे वहीं अखबारों पर भी सेंसरशिप लागू कर दिया गया था। भविष्य में कभी लोकतंत्र पर संकट ना आए इसके लिए लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए देश के जागरूक नागरिकों को अग्रणी भूमिका निभानी चाहिए। इस मौके पर सुरेश बाबू मिश्रा ने आपातकालसे पूर्व दिल्ली के रामलीला मैदान में हुई विराट रैली की चर्चा करते हुए कहा कि सत्ता पर सदैव अंकुश रहना चाहिए। गोष्ठी में सुमंत महेश्वरी राजेंद्र कनौजिया सतीश शर्मा वेद प्रकाश ने भी विचार व्यक्त किए। मानव सेवा क्लब द्वारा आयोजित गोष्ठी में सुरेंद्र बीनू सिंह इंद्रदेव त्रिवेदी प्रकाश चल सक्सेना निर्भय सक्सैना सुनील कुमार शर्मा ने भी लोकनायक जयप्रकाश नारायण को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।