पीलीभीत। नानक सागर डैम से 50 हजार क्यूसेक पानी पास किए जाने से शुक्रवार देर रात देवहा नदी उफना गई। नदी का पानी शहर से निचले इलाकों में घुस गया। इससे दो मोहल्लों के करीब 50 से अधिक घर बाढ़ की जद में आ गए। पुलिस प्रशासनिक अफसरों के सचेत करने के चलते कुछ लोग जरूरी सामान के साथ ऊंचे स्थानों पर पहुंच गए। अन्य पानी के बीच घरों की छतों पर ही शरण लेने को मजबूर हुए। पहाड़ों पर लगातार हुई बारिश के बाद शुक्रवार रात तक देवहा नदी में 50 हजार क्यूसेक पानी देवहा नदी में पानी पास किया गया। जलस्तर बढ़ने की आशंका को देखते हुए शुक्रवार रात सीओ सिटी दीपक चतुर्वेदी, कोतवाल नरेश त्यागी के साथ देवहा नदी के किनारे बसे इलाकों में पहुंचे और एनाउंसमेंट कर लोगों को ऊंचे स्थानों पर जाने के लिए सचेत किया। इसी क्रम में देर रात नदी का पानी ओवरफ्लो होकर किनारे बसी आबादी वाले क्षेत्र में घुसने लगा। सबसे ज्यादा असर मोहल्ला बेनी चौधरी व फील खाना मोहल्ले में रहा। यहां नदी के किनारे बसे करीब 50 घर बाढ़ की जद में आ गए। करीब पांच-छह फुट तक पानी भर गया। क्षेत्र में रहने वाले नासिर, सुहैल आदि ने बताया कि जुलाई माह में आई बाढ़ से हुए नुकसान की अभी भरपाई नहीं हो सकी थी कि अब फिर घरों में पानी भर गया। जिससे परेशानी बढ़ गई। शुक्रवार रात से घरों में ही कैद हैं। प्रशासन की ओर से सचेत तो किया गया, लेकिन अन्य कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई। जैसे तैसे परिवार के लोग खाना पीने का इंतजाम कर रहे हैं। नदी का पानी पहुंचने से शहर के ईदगाह मार्ग पर भी आवागमन प्रभावित रहा।