बदायूँ। जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव ने मंगलवार को कलेक्ट्रेट स्थित अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में जिला गंगा समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को सभी रिपोर्ट्स को समय पर देने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने विभागीय दायित्वों का भली प्रकार अध्ययन कर समय से कार्यों को पूर्ण कराएं। उन्होंने वर्ष 2022-23 के गंगा एक्शन प्लान के तहत 41 ग्रामों में बनाए गए गंगा चबूतरों का सत्यापन कराने के लिए कहा। जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद व नगर पंचायत को निर्देशित किया कि वह नदी व तालाबों में गिरने वाले नालों के ट्रीटमेंट के संबंध में डीपीआर को 20 दिनों में तैयार कर उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि जनपद के ऐसे नगर निकाय जिनकी आबादी 25000 से कम है तथा जिनकी संख्या कुल 10 है वह इसको सर्वोच्च प्राथमिकता पर लें। जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद व नगर पंचायत से तालाबों की साफ सफाई कराने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के कार्यों को ठीक प्रकार से कराया जाए तथा किए गए कार्यों का जनमानस से फीडबैक भी लिया जाए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वह माइक्रो प्लान को ठीक प्रकार से बनाएं तथा उसका क्रियान्वयन ठीक प्रकार से करें। बैठक में उनके संज्ञान में आया कि जनपद में 39 विभागों में रूफटॉप रेनवाटर हार्वेस्टिंग का कार्य लघु सिंचाई विभाग द्वारा कराया जाना है। जिनमें से आठ का टेंडर हो चुका है। जिलाधिकारी के संज्ञान में आया कि जनपद में गंगा किनारे के 67 राजस्व ग्राम चिन्हित हैं। वर्ष 2022-23 की गंगा एक्शन प्लान में 41 ग्रामों को चिन्हित किया गया था, जहां पर गंगा चबूतरों को बनवाया गया था। उन्होंने गंगा चबूतरों का सत्यापन कराने के लिए निर्देशित किया वहीं महाकुंभ 2025 के लिए गंगा की स्वच्छता एवं निर्मलता सुनिश्चित करने के लिए गंगा किनारे के गांव में अपशिष्ट प्रबंधन व गंगा में कोई भी सीवेज प्रवाहित न हो। इस पर कार्य करने के लिए कहा। बैठक में जिला गंगा प्लान से संबंधित विभिन्न कार्यों पर एक-एक कर चर्चा की गई व संबंधित विभागीय अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि डीपीएम स्वच्छ भारत मिशन नगरीय के हर नगर निकाय में बैठने के लिए दिन निर्धारित किए जाएं। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त वैभव शर्मा, जिला वन अधिकारी प्रदीप कुमार वर्मा सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।