भव्य कलश यात्रा, अरणी मंथन से अग्नि उत्पन्न कर सहस्त्रचण्ड़ी यज्ञ व भागवत कथा का शुभारम्भ
बरेली। श्री भागवत सेवा समिति के तत्वावधान में शुक्रवार से भव्य श्रीमद्भागवत कथा एवं सहस्त्रचण्डी यज्ञ शुरू हो गया। शुक्रवार सुबह सुरेश शर्मा नगर स्थित शिव मंदिर से 101 कलश की भव्य शोभायात्रा बैंड बाजे के साथ निकाली गयी जिसमें सुहागिन महिलायें अपने सिरों पर मंगल कलश धारण करके नाचती झूमती हुई निकली। कलश यात्रा का विश्राम कथा स्थल कृष्णा नगर कालोनी, दुर्गानगर पर हुआ। तदोपरांत मुख्य अतिथि महापौर डॉ. उमेश गौतम द्वारा यज्ञशाला में अरणी मंथन कर यज्ञ अग्नि उत्पन्न कर सहस्त्रचण्डी यज्ञ का शुभारम्भ किया गया।
यज्ञ प्रतिनिधि आचार्य मोहित शास्त्री ने बताया कि पुरुष सूक्त, अग्नि सूक्त के मंत्रों व माता को भक्तों द्वारा भावपूर्ण भजनों से पुकारकर अग्नि को उत्पन्न किया गया, इसके साथ ही 8 दिवसीय भव्य सहस्त्रचण्ड़ी यज्ञ का शुभारम्भ हो गया, व्रत रखकर यज्ञाचार्यों के निर्देशन में भक्तों ने यज्ञ अनुष्ठान में आहूतियां दी। आचार्य ने बताया कि सहस्त्रचण्डी यज्ञ राजराजेश्वरी माता चण्ड़ी को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है।
शास्त्रो में इसको षट्कर्म को सिद्ध करने वाला, अकल्पनीय भोग्य पदार्थों, यश, वैभव, धन, धान्य प्रदाता बताया गया है। यज्ञ 30 अगस्त तक रोजाना सुबह 8 बजे से दोपहर 2 बजे तक चलेगा। दिव्य व आलौकिक यज्ञ में सवा क्विंटल हवन सामग्री व 3 क्विंटल आम की समिधा का प्रतिदिन प्रयोग होगा। 41 ब्राहम्णों के द्वारा यज्ञशाला में चण्ड़ी पाठ से यज्ञ का अनुष्ठान शुरू किया जा रहा है। अनुष्ठान में सम्मिलित होने के लिए बनारस, हरिद्वार, हरदोई, नैमिषारण्य, बरेली, सीतापुर आदि के ब्राहाम्ण आयें हुए है। कथा व्यास आचार्य रमाकान्त दीक्षित ने भक्तों को भागवत महात्म्य कथा सुनाते हुए कहा गया कि वृन्दावन में भक्ति आज भी युवा है जबकि ज्ञान व वैराग्य बूढ़े हो चुके हैं उन्होंने धुन्धकारी की कथा का उदाहरण देकर कहा कि भगवान की कृपा से प्रेत को मुक्ति मिली। कथा व्यास ने कहा कि भागवत का हर प्रसंग हमको मानवता की शिक्षा देता है। हमारा जीवन किस मार्ग से चले कि उसे लक्ष्य की प्राप्ति हो, भागवत कथा मानव को मानवता, वैष्णवता व भगवत्ता की शिक्षा प्रदान कर भगवान की भक्ति का पात्र बनाती है। उन्होने कहा कि कथा श्रवण के बाद चिंतन परम आवश्यक है, चिंतन के बगैर कल्याण संभव नही है, कथा के दौरान कथा व्यास ने संगीतमय श्याम सलौनी सुन्दर सूरत, कटी जा रही है उमर धीरे-धीरे, छाई काली घटा तो क्या आदि भजन गाये जिसको सुनकर श्रोतागण झूमने नाचने लगे। इस अवसर पर दीपेश अग्रवाल, नवीन अग्रवाल, विवेक मित्तल, श्याम बिहारी गोयल, निशांत अग्रवाल, मीडिया प्रभारी एड़ हर्ष कुमार अग्रवाल, पंकज भारद्वाज, सुभाष अग्रवाल, विजय कमांडो, पार्षद गरिमा कमांडो, देव दीक्षित, विष्णु शुक्ला, अनुराग अवस्थी समेत काफी संख्या में भक्तगण मौजूद रहे।