बरेली। कोलकाता के आर जीकर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ हुई तन-मन को झंझोड़ कर रख देने वाली घटना के विरोध में सृजन वैलफेयर सोसाइटी और शशि वैलफेयर की मातृ शक्ति ने गुरुवार को सांय 6 बजे कैंडिल मार्च छत्रपति शिवाजी महाराज, राजेन्द्र नगर से शहीद पंकज अरोरा स्मारक निकट सलेक्शन प्वाइंट तक निकाला। ये जानकारी साझा करते हुए सृजन वैलफेयर सोसाइटी की अध्यक्ष डॉ दीक्षा सक्सेना ने कहा कि आज महिलाएं कितनी भी पढ़ जाएं, कुछ भी बन जाएं लेकिन अभी भी लोगों की सोच पुरानी ही है। आज लगता है कि पहले तो भगवान राम और कृष्ण ने नारी की रक्षा की थी पर कलयुग में ये काम नारी को खुद ही करना पड़ेगा, ऐसा लगता है।डॉ मोमिता देवनाथ के साथ जो हुआ वो वास्तवतम में रूह कंपा देने वाला है। ऐसे दरिंदो को तो मातृ शक्ति के हवाले कर देना चाहिए और जघन्य से भी जघन्य सजा इन दरिंदो के लिए कम ही है। सभासद सुधा सक्सेना ने कहा कि इन लोगों की सजा में इतना समय क्यों लग रहा है? घटना 9-10 अगस्त के बीच हुई है और आज 22 तारीख है। फिर भी आरोपी खुले आम घूम रहे हैं। एक ही आरोपी की गिरफ्तारी अभी तक हुई है और उससे भी अभी तक पूछताछ ही चल रही है। ये वास्तव में निंदनीय है। बंगाल से लेकर महाराष्ट्र तक पूरा भारत ऐसी घटनाओं से भरा हुआ है। मुंशी प्रेमचंद के अनुसार अत्यचार सहने वाला भी वास्तव में अत्याचारी ही है। एडवोकेट राशि पाराशरी ने कहा कि बदलापुर, महाराष्ट्र में मंगलवार को तीन साल की बच्चियों का शोषण तो वाकई मानवता पर सवाल खड़ा करता है और उस पर जो लोग इन दरिंदो की F.I.R. करवाने गये जिससे आरोपियों को सजा मिल सकें। पुलिस ने उन्हीं के खिलाफ F.I.R. दर्ज कर 14 दिनों के लिए हिरासत में ले लिया।भारत में तो देश तक को भारत मां कहा जाता है और आज इस देश में जो लगातार ही घटनाएं हो रही हैं उन पर विश्वास नहीं होता। रचना सक्सेना ने कहा कि निर्भया घटना के बाद लगा था कि इस तरह की घटनाएं कम होंगी। लेकिन ये तो बढ़ती जा रही हैं। सरकार को जल्दी ही कोई ठोस कदम उठाने की जरूरत है। सभी महिलाओं ने मुख्य आरोपी संजय राय की फांसी की मांग की। इस अवसर पर डॉ दीक्षा सक्सेना, पार्षद सुधा सक्सेना, राशि पाराशरी, रचना सक्सेना, एकता सक्सेना, मंजू निगम,सुमन सक्सेना, रश्मि सरपाल, अमित गौड़, रविन्द्र शर्मा, हरीश गंगवार, दिलीप पाठक, स्मिता यादव, परमजीत कौर,गौरव सक्सेना, संजय सिंह आदि मुख्य रूप से मौजूद रहें। महिलाओं ने ये तक कहा कि सरकार को जल्दी ऐसे केसों में कदम उठाने की जरूरत है। वरना हमें कदम उठाने की इजाजत दे दे।