बिल्सी। कोरोना महामारी के खात्मे के लिए प्राणपण से समर्पित सुप्रसिद्ध वैदिक विद्वान समाज सुधारक आचार्य संजीव रूप ने आज 23 वां यज्ञ संपन्न किया। आज सबसे पहले उन्होंने यज्ञ तीर्थ गुधनी में अक्षय तृतीया के अवसर पर भगवान परशुराम जयंती को मनाते हुए कोरोना मुक्ति यज्ञ किया, उसके पश्चात इंदिरा चौक बदायूँ में भूत पूर्व डाक अधीक्षक वीपी सिंह के आवास पर यज्ञ किया। इस अवसर पर यज्ञ की महिमा समझाते हुए आचार्य संजीव रूप ने कहा “हमारा हर त्योहार यज्ञ से ही मनाया जाता है, हमारे सब महान पुरुष यज्ञ करते थे क्योंकि वह जानते थे यज्ञ एक विज्ञान है यज्ञ की अग्नि में जो भी डाला जाता है वह करोड़ों गुना हो करके हमें वापस मिलता है यदि हम मिर्चा टायर या गंदी वस्तु अग्नि में डालेंगे तो भारी मात्रा में दुर्गंध हमें प्राप्त होगी किंतु यदि हम औषधियां या गाय का घी उस में डालेंगे तो हमें सुगंधी आरोग्यता व पौष्टिकता तथा रोगों से मुक्ति मिलेगी। पूर्व डाक अधीक्षक वीपी सिंह ने कहा “यज्ञ शांति देता है, यज्ञ ही है जो शक्ति देता है यज्ञ ही है जो हम सबको तन मन और धन से संपन्न करता है! रोग मुक्त करता है। आचार्य संजीव रूप निरंतर जनपद के स्थान स्थान पर यज्ञ करके एक सच्चे योद्धा की तरह इस महामारी से लड़ रहे है, इस मिशन में उनके साथ राज्यमंत्री माननीय महेश चंद्र गुप्ता संरक्षक बने हुए हैं।