वित्तीय क्षेत्र में रोज़गार की संभावनाएं
शाहजहाँपुर। स्वामी शुकदेवानन्द काॅलेज के वाणिज्य विभाग द्वारा बी॰काॅम॰ फाईनेन्स के छात्रों के लिये राष्ट्रीय प्रतिभूति बाजार संस्थान (एन आई एस एम) के सहयोग से वित्तीय शिक्षा पर आधारित सर्टिफिकेट कार्यक्रम का आयोजन स्वामी किया गया। कार्यक्रम में एन आई एस एम एवं सेबी के रिसोर्स पर्सन मुकुल श्रीवास्तव ने बताया की कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों को वित्तीय साक्षरता के साथ वित्तीय क्षेत्र में उपलब्ध रोजगार के अवसरों से अवगत कराना था। मुख्य वक्ता मुकुल श्रीवास्तव ने स्टॉक मार्केट पर बात करते हुए लेनदेन के विभिन्न प्रकारों को बताया। उन्होंने बताया कि इक्विटी मार्केट में निवेश करना किस प्रकार लाभदायक है।
उन्होंने इक्विटी मार्केट में निवेश के स्वर्णिम नियमों को प्रभावी ढंग से बताया। उन्होंने ट्रेडिंग के दौरान की होने वाली सामान्य गलतियों को भी बताया। उन्होंने कहा कि भारत में वित्तीय परिदृश्य में काफी बदलाव आया है। वित्तीय बाजार में उपलब्ध रोजगार के अवसरों जैसे टेक्नीकल एनालिस्ट, फंडामेंटल एनालिस्ट, डेरीवेटिव एनालिस्ट, इन्वेस्टमेंट एडवायजर, इंवेस्टमेंट बैंकर को सविस्तार बताते हुए उसके लिये आवश्यक अर्हताओं को भी बताया। उन्होंने इस सत्र में छात्राओं की शंका का समाधान भी किया । कार्यक्रम के दूसरे सत्र में सेबी एवं एनआईएसएम रिसोर्स पर्सन शफीउद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि सामान्यता लोग अखबार के वित्तीय एवं कारोबार से संबंधित पेज को पढ़ना पसंद नहीं करते हैं किन्तु यदि रोज केवल कारोबार से संबंधित खबरों को पढ़ा जाए तो मार्केट के बारे में बहुत कुछ सीखा जा सकता है। उन्होंने कहा कि भारत में वित्तीय परिदृश्य में काफी बदलाव आया है। उन्होंने इस सत्र में छात्रों की शंका का समाधान भी किया।
महाविद्यालय के उप प्राचार्य व वाणिज्य विभागाध्यक्ष प्रो० अनुराग अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि यह विषय वर्तमान समय में महत्वपूर्ण है। सभी को बचत एवं निवेश के आधारभूत अंतर से अवगत होना चाहिये। छात्र इस सत्र से लाभान्वित होकर वित्तीय क्षेत्र में अपना भविष्य निर्माण कर सफलता अर्जित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि समय रहते बचत करना या निवेश करना सही होता है। एक समय के बाद इसका महत्व कम हो जाता है। कम आयु में ही अच्छे निवेश के बारे में सोचना चाहिए। डॉ कमलेश के संचालन में हुए कार्यक्रम में अखिल वर्मा, डाॅ॰ संतोष प्रताप सिंह, डाॅ॰ सचिन खन्ना, डाॅ॰ अखण्ड प्रताप सिंह का विषेष सहयोग किया। कार्यक्रम के अन्त में राष्ट्रीय प्रतिभूति बाजार संस्थान की ओर से आयी टीम ने वाणिज्य विभाग हेतु प्रो॰ अनुराग अग्रवाल को प्रमाण-पत्र भी प्रदान किया।