नई दिल्ली । हमारे देश में ऐसे लोगों की तादात काफी ज्यादा है, जिन्हें चाय की तलब रहती है. ये सुबह उठते ही बेड टी लेते हैं और दिनभर में कई बार चाय पीते हैं. ज्यादातर घरों में मेहमानों का स्वागत भी चाय से ही होता है. ऑफिस में थकान और नींद भगाने के लिए चाय का सहारा लिया जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि गरम चाय (Hot Tea) पीने से नींद भाग जाती है लेकिन कोल्ड टी (Cold Tea) यानी आइस टी पीने से ऐसा नहीं होता है. आइए जानते हैं इसका कारण चाय में काफी ज्यादा मात्रा में कैफीन होती है, जो खास तरह का स्टिम्युलेंट है. इसीलिए चाय पीने से नींद और थकान दूर हो जाती है. इसे पीने से लोग तरोताजा महसूस करते हैं. गरम चाय गलत समय और गलत तरीके से ज्यादा पीने से स्लीपिंग साइकल भी बिगड़ सकता है. इसमें मौजूद कैफीन की ज्यादा मात्रा दिमाग पर बुरा असर डाल सकती है. आइस टी को कोल्ड टी कहते हैं. यह गरम चाय के उलट कूल रखने का काम करता है और इसके कई शारीरिक लाभ भी होते हैं. कोल्ड टी बर्फ से बनती है. हालांकि, इसे ब्लैक या ग्रीन टी से ही बनाई जाती है. कुछ लोग हर्बल टी में बर्फ मिलाकर भी आइस टी या कोल्ड टी बनाते हैं. इसका स्वाद बढ़ाने इसमें नीबू, आड़ू, चेरी और नारंगी जैसे फ्लेवर मिला सकते हैं. कोल्ड टी में पाए जाने वाले पोषक तत्व स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मददगार होते हैं. कोल्ड टी में पोटैशियम, डाइटरी फाइबर, मैगनीज, कैफीन, फ्लोराइड, फ्लेवोनॉएड और कई एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं. दूसरी किस्म की आइस टी जैसे ग्रीन या हर्बल टी में अलग-अलग पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं. इसमें कैफीन की मात्रा न के बराबर होती है, इसलिए इसे पीने से नींद नहीं भागती है. इसे पीने से वजन कम हो सकता है, शरीर हाइड्रेट रहता है,कैंसर के खतरे को कम करते हैं, यह हार्ट डिजीज से बचाने का काम करता है और शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाता है।