ग्राम पंचायतों की विकास योजना क्रियान्वयन को जनपद स्तर अनुश्रवण समिति की बैठक हुई

पीलीभीत। जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार की अध्यक्षता में जनपद में ग्राम पंचायतों की विकास योजना क्रियान्वयन को जनपद स्तर अनुश्रवण समिति की बैठक गांधी सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक का मुख्य उददेश्य सामाजिक एवं आर्थिक विकास के दृष्टिगत वार्षिक कार्ययोजनाा जो ग्राम/क्षेत्र/जिला पंचायतों द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 की नियोजन की प्रक्रिया है। ग्राम पंचायत विकास योजना/क्षेत्र पंचायत विकास योजना/जिला पंचायत विकास योजना के नियोजन प्रक्रिया के अनुश्रवण हेतु विकसित पोर्टल पर वार्षिक कार्ययोजना का ग्राम सभा से अनुमोदन के पश्चात ई-ग्राम स्वराज पोर्टल पर अपलोड किया जाना है। बैठक के दौरान जिला पंचायतराज अधिकारी ने अवगत कराया कि पंचायती राज मंत्रालय ने 09 विषयों पर कार्य करना है जैसे गरीबी मुक्त गांव, स्वस्थ गांव, बाल हितैषी गांव, पर्याप्त जल युक्त गांव, स्वच्छ और हरा भरा गांव, आत्मनिर्भर बुनियादी ढांचे वाला गांव, सामाजिक रूप से सुरक्षित और न्यायसंगत गांव, सुशासन वाला गांव, एवं महिला हितैष गाॅव पर कार्य किया जाना है। उन्होंने बताया कि गरीबी मुक्त एवं आजीविका उन्नत गांव सम्बन्धित विभागों द्वारा पात्र लाभर्थियों का चयन किया जाये। व्यक्तिगत/सामूहिक उद्यमों के माध्यम से आर्थिक विकास और रोजगार सृजन किया जाये, किसान की आय में वृद्वि, बुनियादी सेवाऐं उपलब्ध कराना तथा मनरेगा के अन्तर्गत मजदूरी आधारित रोजगार की उपलब्धता आदि कार्य कराये जायेगें। स्वस्थ्य गांव के अन्तर्गत सम्बन्धित विभाग द्वारा किशोरियों और महिलाओं में एनीमिया की समस्या में कमी लाना, कम लागत, अत्याधिक पौष्टिक और स्थानीय रूप से अनाज, सब्जिया, फल आदि के सेवन को बढ़ावा देना, संचारी रोगों के रोकथाम और उसके उपचार हेतु उपाय, मातृ मृत्यु ओर बाल मृत्यु दर में कमी लाना। बाल हितैषी गाॅव के अन्तर्गत सम्बन्धित विभागों द्वारा बच्चों हेतु बेहतस्त स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता तथा स्कूल में शत प्रतिशत नामाकंन सुनिश्चित करना, बाल श्रम, बाल विवाह व बाल तस्करी मामलों को शून्य करना, दिव्यांग बच्चों के लिये शिक्षा तक समान पहुॅच सुनिश्चित करना एवं अभिभावक शिक्षक संघ/विद्यालय प्रबन्धन समिति के माध्यम से शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करना आदि। पर्याप्त जलयुक्त गांव के अन्तर्गत सम्बन्धित विभागो द्वारा सभी को पर्याप्त साफ और पीने योग्य पानी की उपलब्धता, समुदाय की गाॅव में स्वच्छता सुविधाओं तक पहुॅच सुनिश्चित करना, घरो से निकले गन्दे पानी के उपचार और शुद्विकरण का तंत्र विकसित करना, शौचालयों का प्रयोग, वर्षा का जल संचयन की आवश्यकता पर समुदाय को संवेदित करना आदि। सामाजिक रूप से सुरक्षित एवं न्यायसंगत गाॅव में सम्बन्धित विभागो द्वारा गरीबी रेखा से नीचे परिवारों के जीवन में सुधार लाने हेतु सामाजिक सुरक्षा योजनाओ तक पहुॅच सुनिश्चित कराना, लाभकारी रोजगार प्रदान करना, उपर्युक्त बुनियादी ढांचा तथा असमानता और सभी प्रकार के भेदभाव में कमी लाना आदि। सुशासन वाला गाॅव में सम्बन्धित विभाग द्वारा टीम वर्क, प्रोद्योगिकी, समयबद्वता, पारदर्शिता एवं परिवर्तन/रूपांतरण आदि। महिला हितैषी गाॅव में सम्बन्धित विभागों द्वारा महिला सभा का आयोजन, महिलाओं एवं बालिकाओं के विरूद्ध अपराधो पर अंकुश लगाना, सरकारी एवं निजी क्षेत्रों में महिलाओं कील सुरक्षा को सुनिश्चित करना, महिलाओं की प्रतिभागिता को बढ़ाना, महिलाओं को समान कार्य करे लिए समान वेतन, महिलाओं के लिए बैंकिंग सेवा की सुविधा एवं विद्यालयों में बालिकाओं के कुल नामांकन और प्रतिधारण के लिए वातावरण बनाना आदि।
पंचायत विकास योजना निर्माण के प्रथम चरण वातावरण निर्माण, द्वितीय चरण में परिस्थिति विश्लेषण, तीसरे चरण में आवश्यकताओं/समस्याओं की पहचना एवं प्राथमिकताओं का निधारण, चैथे चरण में ग्राम पंचायत विकास योजना के लिये संसाधनों का निर्धारण एवं ड्राफ्ट प्लान का विका एवं पाचवें चरण में प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति (ग्राम सभा का आयोजन) किया जायेगा। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज अधिकारी को वातावरण निर्माण सम्बन्धी बैठकें जनपद में 02 अक्टूबर पंचायत सचिव के माध्यम ग्राम सभाओं में आयोजित कराने के निर्देश दिये तथा उनकी समस्याओं का निर्धारण किया जाये। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी, परियोजना निदेशक, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी, अधिशासी अभियन्ता जल निगम, जिला समाज कल्याण अधिकारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।रिपोर्टर सुमित राठौर।