इन्गेजिंग एण्ड इमरसिव लैंग्वेज एक्विजिसन फॉर चिल्ड्रन” को मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ने पब्लिश किया
शाहजहाँपुर। स्वामी शुकदेवानंद कॉलेज के कला संकाय अध्यक्ष प्रो (डॉ) आलोक मिश्र जी ने बताया कि उनके शोध विद्यार्थियों एवं प्रदेश के अन्य हिन्दी के प्राध्यापकगणों द्वारा एक पेटेंट “इंटेरऐक्टिव लैंग्वेज लर्निंग किट फॉर हिन्दी बालसाहित्य: इन्गेजिंग एण्ड इमरसिव लैंग्वेज एक्विजिसन फॉर चिल्ड्रन” को मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, गवर्नमेंट ऑफ इंडिया ने पब्लिश किया है। प्रो (डॉ) आलोक मिश्र ने बताया इस पेटेंट को पब्लिश कराने मे उनके अतिरिक्त उत्तर प्रदेश से डॉ. शैलेंद्र नाथ मिश्रा, गोंडा, डॉ. श्रीकांत मिश्रा सहायक प्रोफेसर (हिंदी) हिंदी विभाग स्वामी शुकदेवानंद कॉलेज शाहजहांपुर, बेबी शर्मा, शाहजहांपुर, दुर्ग विजय, सहायक प्रोफेसर (हिंदी) स्वामी शुकदेवानंद कॉलेज शाहजहांपुर अमित कुमार सिंह सहायक प्रोफेसर शिक्षक शिक्षा विभाग हिंदू कॉलेज मुरादाबाद, शोभित कुमार अनुसंधान छात्र (हिंदी) हिंदी विभाग स्वामी शुकदेवानंद कॉलेज शाहजहांपुर, ध्रुव कुमार पांडेय सहायक शिक्षक कप्स नौली ब्लॉक बहेड़ी बरेली, वर्षा तिवारी सहायक शिक्षक पी.एस. उत्तम नगर फर्स्ट ब्लॉक बहेड़ी बरेली, रश्मि त्रिपाठी अनुसंधान छात्र (हिंदी) हिंदी विभाग केदारनाथ गिरिधारीलाल खत्री पीजी कॉलेज मुरादाबाद, एवं वंदना कुमारी अनुसंधान छात्र (हिंदी) हिंदी विभाग स्वामी शुकदेवानंद कॉलेज शाहजहांपुर की महत्वपूर्ण भूमिका रही है| प्रो (डॉ) आलोक मिश्रा ने बताया कि यह आविष्कार (पेटेंट) शैक्षिक प्रौद्योगिकी से संबंधित है जो कि विशेष रूप से हिंदी बालसाहित्य पर ध्यान केंद्रित करने वाले बच्चों के लिए एक इंटरैक्टिव भाषा सीखने की किट है । डिजिटल युग में बच्चों की सीखने की ज़रूरतें और प्राथमिकताएँ इंटरैक्टिव और गहन अनुभवों की ओर झुकती हैं । इसे पहचानते हुए, आविष्कार ने एक व्यापक शिक्षण संसाधन बनाने के लिए प्रौद्योगिकी को शैक्षणिक सिद्धांतों के साथ मिला दिया है । किट में पांच घटक शामिल हैं: एक इंटरैक्टिव डिजिटल एप्लिकेशन, एक एआर-एन्हांस्ड फिजिकल स्टोरीबुक, डिजिटली-एकीकृत फ्लैशकार्ड, इंटरैक्टिव भाषा गेम और एक ऑडियो-विजुअल पुस्तक कथन प्रणाली । ये सामूहिक रूप से शब्दावली, व्याकरण, उच्चारण, समझ, पढ़ना और लेखन कौशल जैसे भाषा अधिग्रहण पहलुओं को संबोधित करते हैं । डिजिटल एप्लिकेशन व्यक्तिगत सीखने की ज़रूरतों को पूरा करता है, व्यक्तिगत सीखने का अनुभव प्रदान करता है, और माता-पिता की निगरानी की अनुमति देता है।
मुमुक्षु शिक्षा संकुल के मुख्य अधिष्ठाता परमपूज्य स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती जी, स्वामी शुकदेवानंद कॉलेज प्रबंध समिति सचिव डॉ अवनीश मिश्र, प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ) राकेश कुमार आज़ाद जी, उपप्राचार्य प्रो (डॉ) अनुराग अग्रवाल, डॉ आदर्श पाण्डेय एवं अन्य सभी शिक्षकों ने इस उपलब्धि मे शामिल सभी शोधकर्ताओं को बधाई दी |