एसएस कॉलेज में “उद्यमिता, स्वरोजगार एवं स्वावलंबी भारत” विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी शुरू
शाहजहाँपुर। स्वामी शुकदेवानंद महाविद्यालय के वाणिज्य संकाय व स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय के संयोजन मे “उद्यमिता, स्वरोजगार एवं स्वावलंबी भारत” विषय पर दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ स्वामी शुकदेवानंद के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर व पुष्पांजलि अर्पित कर हुआ। सभी अतिथियों का स्वागत चंदन तिलक व अंगवस्त्र उढ़ाकर किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्य शिक्षा संकुल की अधिष्ठाता स्वामी चिन्मानंद सरस्वती ने कहा कि आज का युवा सोचता है कि मेरी जिम्मेदारी मेरे परिवार की है। उसकी यह सोच युवाओं को जिम्मेदारी लेने से पीछे करती है, आज के युवा को चाहिए कि वह सरकारी संसाधन पर निर्भर न रहकर उद्यम स्थापित कर सरकार के संसाधनों को मजबूत बनाएं। अपने प्राकृतिक संसाधन से उद्यमिता का विकास करें भारत एक धार्मिक देश है और गाय हमारी माता है गौ माता के गोबर से निर्मित प्रतिमाएं बनाकर युवाओं को कम लागत के उद्यम स्थापित कर लाभ कमाना चाहिए। मुख्य अतिथि जिला उद्योग केंद्र के सहायक प्रबंधक अरुण कुमार पांडे ने कहा की 18 से 40 साल की आयु के युवा यदि उद्योग स्थापित करने के लिए सरकारी योजना का आर्थिक लाभ लेते हैं, तो उन्हें 25% सब्सिडी प्रदान की जाती है। स्थानीय ज़री और कालीन के तकनीकी द्वारा उत्पादन बढ़ाने व उद्योग के आधुनिक परिवर्तन के साथ विकसित करने के लिए सरकार 25% परसेंट सब्सिडी प्रदान करती है।
जिससे स्थानीय उद्योग को बढ़ावा मिल रहा है। परंपरागत उद्योग को संरक्षण मिल सके इस उद्देश्य से महिला उद्यमियों के लिए सरकार विशेष योजनाएं जिला उद्योग केन्द्र के माध्यम से दे रही है। जिसमें स्टैंप ड्यूटी की बचत व अन्य प्रकार की आर्थिक सुविधा सम्मिलित हैं। विशिष्ट अतिथि इंडियन बैंक के प्रबंधक अभिनव निगम ने कहा कि उद्यम स्थापित करने के लिए पूँजी अर्जन को जटिल प्रक्रिया के रूप में न देखे। अब बैंकों ने लोन देने की प्रक्रिया का सरलीकरण किया गया है जिससे आसानी से उद्यमी पूंजी प्राप्त कर सके, जिसके लिए उद्यम की संम्भावीत प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाकर बैंक में देनी होगी और बैंक उसका विश्लेषण कर 10000 से लेकर के 25 लाख तक लोन कम दर पर प्रदान करती है। इस अवसर पर सभी मंचासीन अतिथियों के द्वारा युवा उद्यमी सम्मान से गीता श्रीवास्तव, कु. आकांक्षा सिंह, कु. कशिश वर्मा, देवांश दीक्षित आदि को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। उप-प्राचार्य व वाणिज्य विभागाध्यक्ष प्रो अनुराग अग्रवाल के कुशल संचालन में चले कार्यक्रम में सचिव प्रो. ए के मिश्रा ने उदघाटन भाषण से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। स्वागत भाषण प्राचार्य प्रो. आर के आज़ाद पढ़ा। सभी के प्रति धन्यवाद विधि महाविद्यालय के प्राचार्य डा.जे एस ओझा ने दिया। डा. कविता भटनागर व छात्राओं ने सरस्वती वंदना से कार्यक्रम का आरंभ व राष्ट्रगान से समापन हुआ। कल समापन सत्र में तकनीकी सत्रों में शोध पत्र प्रस्तुत करने वाले छात्र-छात्राओं को समानित किया जाएगा। इस अवसर डा. प्रियंका शर्मा, मृदुल शुक्ला, अमिता रस्तोगी, रचना रस्तोगी, शिवानी भारद्वाज, अभिषेक बाजपेई, संदीप, अनिल कुमार, अशोक कुमार,विजय सिंह, दीप्ती गंगवार शिक्षक के समेत प्रिंसी सिंह, पिंकी सिंह, शगुन ईशा आदि छात्राओ समेत बडी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।