डीएम, एसएसपी ने किया एमआरएफ सेंटर का निरीक्षण

उझानी। जिलाधिकारी कुमार प्रशांत ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा के साथ उझानी स्थित नवनिर्मित एमआरएफ सेंटर पहुंचकर निरीक्षण किया। दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने यहां कूड़ा निस्तारण की प्रक्रिया को देखा। उन्होंने खाद के गड्ढों में केंचुए भी छुड़वाए। डीएम ने उझानी नगर पालिका उझानी के 6 कूड़ा वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया, जो नगर क्षेत्र में स्थित समस्त 25 वार्डो के घरों पर जाकर डोर टू डोर जाकर सूखा एवं गीला कूड़ा उठा कर लाएंगे। कूडा एकत्र करने के पश्चात कूडा वाहन से कूडा सीधे डम्पिंग ग्राउण्ड भेजा जायेगा। कही भी डलाव घर में कूडा एकत्र नहीं किया जायेगा। डीएम ने निर्देश दिए हैं कि एमआरएफ सेंटर की बाउंड्री वॉल बनाई जाए एवं मुख्य मार्ग से पहुंच मार्ग बनवाया जाए।

उझानी में उत्पन्न प्रतिदिन के कूड़े को 10 कूडा वाहनो के द्वारा इस सेन्टर पर भेजा जायेगा। जिसके निस्तारण के लिए ट्रोमल प्लान्ट के द्वारा इस कूडे का निस्तारण किया जायेगा। ट्रोमल प्लान्ट के द्वारा कूडे को चार हिस्सो में प्रथक करण किया जायेगा। लोउर द्वारा कूडे को होपर में डाला जायेगा तथा वह कूडा कन्वेयर बेल्ट के द्वारा ट्रोमल के अन्दर डाला जायेगा। इस कूड़े से गीला कूडा, प्लास्टिक, पौलीथिन, इर्नट मेटेरियल अलग-अलग प्राप्त होगा। गीले कूड़े से कम्पोस्टिंग पीट में कम्पोस्ट तथा वर्मी कम्पोस्ट तैयार किया जायेगा। पाॅलीथिन तथा प्लास्टिक को एम0आर0एफ0 के वॉशिंग एरिया में साफ कर कटर मशीन से छोटे-छोटे टुकडे करने के पश्चात रॉ-मेटेरियल तैयार किया जायेगा, जिसके बाद इससे पैलेट बनाया जा सकता है जिसका इस्तेमाल ईधन के रूप में किया जाएगा। इर्नट मैटेरियल का इस्तेमाल भूमि भरण के लिए किया जायेगा। वर्तमान में डम्पिंग ग्राउण्ड में स्थित कम्पोटिंग पिट में कूडे से प्रथक करण कर गीले कूडे से जैविक खाद एवं वर्मी कम्पोस्टिंग करायी जा रही हैं।
उझानी से ग्राम नरऊ के तालाब में दूषित पानी जाता है जिससे ग्रामीणों में पीलिया सहित अन्य प्रकार की बीमारियां फैल रही हंै। दूषित पानी गांव में पहुंचने से ग्रामीण काफी परेशान रहते हैं इसी परेशानी को ध्यान में रखते हुए उझानी में 96 लाख रुपए की लागत से उझानी में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जा रहा है। उन्होंने प्लांट की वाउण्ड्रीवाल का भी निरीक्षण किया, जिसमें वाउण्ड्रीवाल के उपरान्त दो बडे गढढे तैयार किये जायेगे, जिसमें पानी एकत्र किया जायेगा तथा पेड़ आदि भी लगाये जायेगे, जिसके उपरान्त एकत्र पानी को स्वच्छ कर सिचाई आदि में प्रयोग किया जा सकेगा। इस मौके पर विमल कृष्ण अग्रवाल, ईओ डीके राय आदि अन्य लोग मौजूद रहे ।