गलोबल इन्वेस्टर मंथन समिति की बैठक हुई
पीलीभीत। जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार की अध्यक्षता में ‘‘ग्लोबल इन्वेस्टर मंथन समिति’’ की बैठक गोमती सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में जनपद में इन्वेस्ट मंथन पर विचार-विमर्श विभिन्न निवेशकों के साथ किया गया। बैठक के दौरान पर्यटन अधिकारी द्वारा जनपद टूरिज्म हब स्थापित करने हेत जनपद की विरासत, कला और संस्कृति पर्यटन, जल आधारित गतिविधियॉ, युवा पर्यटन, आध्यात्मिक और धार्मिक पर्यटन, स्वास्थ्य और चिकित्सा पर्यटन, व्यंजन पर्यटन, प्रकृति और वन्यजीव पर्यटन, साहसिक पर्यटन, वैवाहिक पर्यटन आदि पर विचार विमर्श किया गया। बैठक के दौरान उपायुक्त एवं पर्यटन अधिकारी द्वारा समस्त निवेशकों को बताया कि जनपद में टूरिज्म हब हेतु होटल्स, इको टूरिज्म स्टे, रिसोर्ट, कारवा पार्क, थीम पार्क, मेगा प्रोजेक्ट, बजट होटल्स, रिवर क्रुज, वेलनेस सेंटर, ढ़ाबा, ग्रामीण होम स्टे, कन्वेशन सेंटर, योगा सेन्टर, पाब्लिक म्यूजियम एवं गैलरी, हेरिटेज होटल, हेरिटेज होम स्टे, धर्मशाला, ग्रामीण/सांस्कृतिक/पर्यटक ग्राम आदि के बारे में विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराई गई।
बैठक के दौरान पर्यटन अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि विभाग द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाऐं संचालित है जिसमें पूंजी निवेशकों को सब्सिडी प्रदान की जाएगी। 10 लाख से 10 करोड तक पर 25 प्रतिशत सब्सिडी व इससे अधिक धनराशि निवेश करने पर 20 प्रतिशत की सब्सिडी प्रदान की जायेगी। इसके साथ ही साथ होटल तथा रिसॉर्ट्स के लिए उद्योग की स्थिति दर्जा, स्टाम्प ड्यूटी, भूमि रूपांतरण तथा विकास शुल्क पर छूट दी जायेगी। दिव्यांग अनुकूल इकाईयॉ प्रति श्रमिक प्रति माह रू. 1500 की पेरोल सहायता, दुर्लभ कला तथा संस्कृति का पुनरूद्वार पर रू0 5 लाख की दर से इसमें सम्मिलित व्यक्ति या समूह को अनुदान प्रदान किया जायेगा। हेरिटेज होटलों के लिए विशेष प्रोत्साहनः संरचना को प्रभावित किए बिना पूंजीगत लागत पर 25 प्रतिशत सब्सिडी, रू. 5 करोड तक के बैंक ऋण पर 5 वर्ष की अवधि के लिए 05 प्रतिशत सब्सिडी, स्टाम्प ड्यूटी तथा भूमि उपयोग परिवर्तन पर 100 प्रतिशत छूट, पहले वर्ष के उत्पाद शुल्क पर 50 प्रतिशत पूर्तिपूर्ति व पूंजीगत सब्सिडी तथा ब्याज सब्सिडी दोनों का लाभ प्रदान किया जायेगा।
बैठक में जिलाधिकारी ने उपायुक्त उद्योग एवं पर्यटन अधिकारी को निर्देश दिये कि जनपद की वेवसाइट पर प्रमुख स्थलों के नाम व फोटोग्राफ्स अपलोड किये जायें, जिससे कि पर्यटक वेवसाइट पर प्रमुख स्थलों को देख सके, जिससे जनपद में दूर दराज क्षेत्रों के पर्यटकों की संख्या में बढोत्तरी हो सके, इसके साथ ही साथ व्यापक प्रचार प्रसार कराया जाये। जिलाधिकारी द्वारा इस कार्य में आये निवेशकों से निवेश करने की अपेक्षा की गई।
बैठक के दौरान अपर जिलाधिकारी (वि./रा.), क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी, उपायुक्त उद्योग, अधिशासी अभियन्ता विद्युत, श्रम प्रवर्तन अधिकारी सहित विभिन्न क्षेत्र के निवेशक उपस्थित रहे।
रिजवान खान