प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत युवाओं को दी गयी जानकारी
बदायूँ। युवाओं को आत्मनिर्भर और उद्यमी बनाने के लिये प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना (पीएम एफएमई) के अन्तर्गत एक दिवसीय खाद्य उद्योग मेले का आयोजन जिला उद्यान अधिकारी द्वारा फल संरक्षण केन्द्र, विकास भवन में किया गया। इसमें 50 से अधिक उद्यमियों ने प्रतिभाग किया। जिला उद्यान अधिकारी द्वारा स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिये शुरू हुई प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत युवाओं को जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि युवा बेकरी, पशु एवं मुर्गी चारा, चावल मिल, दुग्ध उत्पादन से संबंधित उद्योग, फ्लोर मिल, ऑयल सीड आधारित उद्योग, नमकीन उद्योग, मिठाई उद्योग, मैदा आधारित उद्योग, चिप्स, पापड, नमकीन, बिस्कुट, रेडी टू कुक, मशरूम एवं मशरूम आधारित उद्योग, अचार, जैम जैली, केचप, मुरब्बा, रीफल व्हीकल्स, मोबाइल कूलिंग के उद्योग लगा सकेंगे।
सूक्ष्म खाद्य उद्यमी, एफपीओ स्वयं सहायता समूह, कोआपरेटिव और नवीन खाद्य प्रसंस्करण इकाई लगाने के इच्छुक युवाओं को प्रोजेक्ट की लागत का 35 फीसदी क्रेडिट लिंक्ड कैपिटल सब्सिडी का लाभ दिया जायेगा। अधिकतम 10 लाख रूपये का उद्यमी लाभ ले सकते हैं। लाभार्थियों को प्रोजेक्ट का न्यूनतम 10 फीसदी स्वयं के पास से लगाना पडे़गा। प्रोजेक्ट की शेष लागत मूल्य बैंक से ऋण के रूप में प्राप्त हो जायेगी। 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति को वित्तीय सहायता प्रदान की जायेगी। इसके लिये शैक्षिक योग्यता की कोई बाध्यता नहीं है। एमएए रिजवी प्रभारी पीएम एफएमई द्वारा बताया गया कि परिवार में स्वयं पति पत्नी और बच्चे से एक को ही योजना का लाभ मिलेगा। खाद्य प्रसंस्करण इकाई लगाने के लिये निदेशालय स्तर से जिला रिसोर्स पर्सन (डीआरपी) नियुक्त किये गये हैं। डीआरपी हिमांशु सैनी, मोबाइल नंबर 7078877791 प्रोजेक्ट प्रस्ताव तैयार करवाने से लेकर बैंक में ऋण प्राप्त करने, खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों के पंजीकरण कराने, एफएसएसएआई के खाद्य मानकों के अनुसार काम करने और जीएसटी प्राप्त कराने में उद्यमी की सहायता करेंगे। केशव सिंह, प्रभारी फल संरक्षण केन्द्र द्वारा अचार, जैम जैली, मुरब्बा आदि के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गयी गयी। सीए ने बताया कि लोन लेने के लिये सिविल स्कोर अच्छा होना चाहिये। रिटर्न भरने वालों को ऋण लेने में कोई परेषानी नहीं होती है। इच्छुक व्यक्ति डीआरपी बनवाने के लिये संपर्क कर सकते हैं। खाद्य उद्योग मेले में फूल सिंह उद्यान निरीक्षक, शिशिर वर्मा क0सहा0, कार्यालय उप निदेशक उद्यान, बरेली मण्डल, उमेश कुमार, वीरेश तोमर एफपीओ के एमडी, हिमांशु सैनी डीआरपी आदि मौजूद रहे।