बदायूं। वित्तीय वर्ष 2022-23 में 38 लाख 97 हजार 466 पौधे रोपित किए जाएंगे। 25 विभागों का लक्ष्य निर्धारित कर दिया है। सबसे अधिक ग्राम्य विकास विभाग को 22 लाख 40 हजार 700 पौधे लगाने का लक्ष्य दिया गया है। गुरुवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में मुख्य विकास अधिकारी ऋषिराज ने ताबड़तोड़ विकास कार्यां, जिला गंगा समिति, जिला वृक्षारोपण समिति एवं जिला पर्यावरण समिति, अस्थाई गोवंश आश्रय स्थल की जनपद स्तरीय अनुश्रवण, मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की बैठकों की गहनता से अलग-अलग समीक्षा की। इस दौरान अधिकारियों को बताया गया कि ग्राम्य विकास विभाग के अलावा कृषि विभाग को 4 लाख 29 हजार 460, पंचायत राज एवं राजस्व विभाग को अलग 2 लाख 54 हजार 100 का लक्ष्य दिया गया है। इसी प्रकार रेलवे, रक्षा, उद्योग, लोक निर्माण, ऊर्जा, बेसिक, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा आदि 25 विभागों को 38 लाख 97 हजार 466 पौधे रोपित कराने का लक्ष्य निर्धारित है। आजादी अमृत महोत्सव के अन्तर्गत हर घर तिरंगा लगाने का कार्यक्रम 11 से 17 अगस्त के मध्य चलाया जाएगा। कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य प्रत्येक नागरिक के मन में राष्ट्रीय प्रेम की भावना को जागृत करते हुए स्वतंत्रता के प्रतीकों के प्रति सम्मान का भाव उजागर करना है। सीडीओ ने निर्देश दिए कि जो स्थानीय निकाय अपने क्षेत्र का कचरा अपनी सीमा से बाहर फेकेंगे तो उनके विरुद्ध कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। इसलिए सभी निकाय सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम परियोजना लगाने पर काम करें। वायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण चिन्हित संस्था द्वारा किया जाता है। प्रतिदिन 307 किलोग्राम वायोमेडिकल वेस्ट चिकित्सालयों से निकलता है। सीडीओ ने बताया कि 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योगा दिवस के अवसर पर कछला स्थित गंगाघाट पर 06 लाख लोगों को योग कराने का लक्ष्य तय है। इसमें स्कूल, विद्यालय एवं कॉलेज अपने-अपने परिसर पर विद्यार्थियों को योगा कराएंगे। 81 अधिकारियों से 125 गोवंश आश्रय स्थलों का स्थलीय निरीक्षण कराने के उपरान्त विभिन्न खामियां प्रकाश में आने पर सीडीओ ने निर्देश दिए कि प्राथमिकता के आधार पर इन अव्यवस्थाओं को दूर कराना सुनिश्चित करें। जनपद में 48 हजार कुंतल दान किया हुआ भूसा एकत्र करने के लक्ष्य के सापेक्ष मात्र 11 हजार 475 कुंतल ही भूसा दान में प्राप्त हुआ है। सीडीओ ने जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि विकास कार्यां की गति में तेजी लाई जाए। इस अवसर पर विभिन्न जिला स्तरीय एवं क्षेत्र स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।