बदायूं। जिलाधिकारी दीपा रंजन ने मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 विक्रम सिंह पुण्डीर, पीडी डीआरडीए अनिल कुमार, जिला विकास अधिकारी चन्द्र शेखर एवं जिला कार्यक्रम अधिकारी आदीश मिश्रा व सम्बंधित चिकित्सकों एवं अधिकारियों के साथ बुधवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति बैठक आयोजित की। उन्होंने निर्देश दिए कि विभिन्न प्रकार की बीमरियों से बचाव के लिए शून्य से एक, एक से दो, एवं 5 से 6 वर्ष तक के बच्चों का शत-प्रतिशत टीकाकरण ना होने पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि एमओआईसी एएनएम सीडीपीओ बैठक बुलाकर सुनिश्चित करें कि बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं का शत प्रतिशत टीकाकरण किया जाए। डीएम ने टीकाकरण में लापरवाही करने वाली एएनएम को तत्काल कार्य में सुधार लाने के निर्देश दिए हैं अन्यथा उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। डीएम ने एमओआईसी को इनकी मॉनिटरिंग करने के भी निर्देश दिए हैं। डीएम ने एमओआईसी को निर्देश दिए कि टीकाकरण का कोई भी सेशन छूटना नहीं होना चाहिए सभी सेशन को समय से पूर्ण किया जाए। टीकाकरण में एमओआईसी म्याऊं की कार्य प्रगति खराब होने पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए सीएमओ को निर्देश दिए कि एमओआईसी को नोटिस जारी करें। जिन विकास खंडों में टीकाकरण की स्थिति धीमी है वहां एएनएम को अवकाश न दिया जाए एवं ध्यान देकर टीकाकरण कराया जाए। फैमिली प्लानिंग में दहगवां, आसफपुर जगत एवं अंबियापुर सहित विकासखंडो की प्रगति शून्य होने पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। डीएम ने निर्देश दिए कि जननी सुरक्षा योजना अंतर्गत शत प्रतिशत संस्थागत प्रसव कराया जाए। आशाओं की मॉनिटरिंग की जाए जिन आशाओं की प्रगति प्रसव कराने में शून्य है उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए। जननी सुरक्षा योजना अंतर्गत लाभार्थियों का समय से भुगतान किया जाए साथ ही आशाओं का भी भुगतान लंबित न रहे। डीएम ने निर्देश दिया कि समस्त सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर दवाओं की उपलब्धता की वॉल पेंटिंग कराई जाए एवं ओपीडी में बैठने वाले चिकित्सक की मेज पर भी सूची उपलब्ध रहनी चाहिए।