उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में आंगनबाड़ी सहायिका से निर्भया जैसी दरिंदगी,गैंगरेप के बाद हत्या

उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में आंगनबाड़ी सहायिका से निर्भया जैसी दरिंदगी,गैंगरेप के बाद हत्या, प्राईवेट पार्ट में रॉड जैसी कोई चीज़ डाली,एक पैर,पसली व फेफड़ा हुआ डैमेज, पुलिस ने करीब १८ घंटों के बाद कराया पोस्टमॉर्टम। उघैती थाना पुलिस मामले को दबाने के लिए आंगनवाड़ी सहायिका की कुएं में गिरने से मौत की बात कर रही थी। लापरवाही में इंस्पेक्टर निलंबित कर लाइन में भेजा, दो आरोपी गिरफ्तार, मुख्य आरोपी महंत अभी भी फरार, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्विट करके योगी सरकार पर हमला बोला, राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी मामला लिया संज्ञान में। एडीजे समेत तमाम अधिकारी अब घटना स्थल का ले रहे जायजा, विपक्षी दलों के नेताओं का पीड़िता का घर पहुंचना शुरु।

यूपी के बदायूं जिले में 50 वर्षीय आंगनबाड़ी सहायिका से रविवार को गैंगरेप के बाद हुई हैवानियत के मामले में पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। रात भर आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस ने महंत के चेले और ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में उघैती थाने के इंस्पेक्टर रावेंद्र प्रताप सिंह की खुली लापरवाही सामने आई। एसपी देहात सिद्धार्थ वर्मा और सीओ बिल्सी अनिरुद्ध सिंह की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी ने थानेदार को निलंबित कर लाइन में भेज दिया है।
बदायूं से हमारे संवाददाता अजय पाठक ने बताया कि जिले के उघैती थाना क्षेत्र के ग्राम क्यावली की आंगनबाड़ी सहायिका के साथ ग्राम मेवली के एक धार्मिक स्थल पर रविवार को गैंगरेप करने के बाद हत्या कर दी गई थी। वह धार्मिक स्थल पर पूजा अर्चना करने गई थी। सनसनीखेज घटना में धार्मिक स्थल के महंत एवं उसके चेले व गाड़ी के ड्राइवर के खिलाफ मुकदमा कायम किया गया था। मुकदमा कायम होने के बाद पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी चुनौती बन गयी थी। एसएससी संकल्प शर्मा के निर्देश पर चार पुलिस टीम आरोपियों की गिरफ्तारी को लगाई गयीं।
रात भर पुलिस टीम आरोपियों की तलाश में दबिश देती रही। देर रात चेले वेदराम को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। तड़के ही ड्राइवर जसपाल निवासी गांव मेवली को भी धर दबोचा। इस पूरे प्रकरण में एसएसपी ने प्रभारी निरीक्षक रवेंद्र प्रताप सिंह की लापरवाही सामने आने पर निलंबित कर दिया। शासन स्तर से भी इस मामले में अभी कई पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की आशंका है। इधर महंत की तलाश में पुलिस की चार टीमों ने आंवला से बरेली तक दविश दी। लेकिन महंत का पता नहीं चल सका।
निलंबित प्रभारी रावेंद्र प्रताप सिंह की लापरवाही की वजह से पुलिस महकमे की प्रदेश भर में छीछालेदर हो रही है। घटना का मुख्य आरोपी महंत अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है।
आपको बता दें कि आंगनबाड़ी सहायिका ससुराल से मायके पूजा करने जाती थी मंदिर पर। ससुराल से मायके की दूरी करीब ४ किलोमीटर। कपड़े मिले खून से लथपथ एक पैर टूटा हुआ था।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में प्राईवेट पार्ट में रॉड जैसी कोई चीज़ डालने की सूचना के बाद मचा हड़कंप।- महिला का एक पैर,पसली व फेफड़ा हुआ डैमेज, लापरवाह स्थानीय पुलिस ने दूसरे दिन शाम को करीब १८ घंटों के बाद कराया पोस्टमॉर्टम।
इधर, दरिंदों की हैवानियत की शिकार हुई आंगनबाड़ी सहायिका के परिवार को ढांढस बंधाने बुधवार को डीएम कुमार प्रशांत और एसएसपी संकल्प शर्मा उसके घर पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने बंद कमरे में पीड़ित परिवार का दर्द साझा किया। उन्होंने पीड़िता के आश्रितों को १० लाख रुपये मुआवजा समेत बीमा की धनराशि जल्द से जल्द मुहैया कराने का आश्वासन दिया।
बदायूं गैंगरेप केस पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्विट करके उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि महिला सुरक्षा पर सरकार की नीयत में खोट है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी इस घटना को लेकर उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर हमला किया और सवाल किया कि आखिर योगी आदित्यनाथ सरकार कब जागेगी। राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने टविट करके बदायूं की घटना पर रोष जताया है। उन्होंने कहा है कि आयोग की सदस्य आज ही पीडिता के परिवार और पुलिस से मुलाकात करके रिपोर्ट तैयार करेंगी।